नई दिल्ली। गुरुवार को भारतीय मुद्रा रुपए ने अमेरिकी डॉलर के सामने जैसे घुटने टेक दिए। आज गुरूवार को एक डॉलर के बदले भारतीय मुद्रा का मूल्य 68.83 रुपए रह गया है। यह बेतहाशा महंगाई बढ़ने के संकेत हैं। शुरुआती कारोबार में देखी गई यह कमजोरी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अमेरिकी करेंसी डॉलर के मजबूत होने के चलते है। बुधवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 68.56 पर बंद हुआ था। रुपया अगस्त 2013 के बाद के सबसे निचले स्तर के करीब नजर आ रहा है और इस कमजोरी के अभी और बढ़ने के संकेत देखे जा रहे हैं।
डॉलर में मजबूती के इन संभावनाओं को और मजबूती मिली है कि रुपया अभी और कमजोर हो सकता है. माना जा रहा है कि अगले कुछ महीनों में यह 70 रुपए प्रति डॉलर के के स्तर पर पहुंच सकता है. वहीं सेंसेक्स भी आज 150 अंकों से अधिक की गिरावट पर देखा गया और निफ्टी 7,975 के स्तर के करीब देखा गया.
सेंसेक्स में गिरावट का भी सीधा सा दबाव रुपए पर पड़ा. तेल कंपनियों की तरफ से डॉलर की डिमांड बढ़ी है और जिस वजह से डॉलर को मजबूत होने में सपोर्ट मिला है. डोनाल्ड ट्रंप की जीत ने भी डॉलर को मजबूत करने की दिशा में सहारा दिया है. बता दें कि 2013 के अगस्त माह में रुपया डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड कमजोरी दिखाते हुए 68.85 तक पहुंच गया था.