
रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक विदेशी कंपनियों से टेल्गो के 11 रैक खरीदने का कॉन्ट्रेक्ट कर लिया गया है। जल्द ही इनकी सप्लाई रेलवे को मिल जाएगी। टेल्गो ट्रेनों के रैक, शताब्दी के मुकाबले हल्के होने के कारण जल्द रफ्तार पकड़ सकेंगे। शताब्दी जहां 8 घंटे में दिल्ली से भोपाल तक का सफर पूरा करती है, वहीं टेल्गो से यह सफर करीब 6 घंटे में पूरा हो जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि पहले चरण में शताब्दी श्रेणी की गाड़ियों को रिप्लेस किया जाएगा। इसके बाद राजधानी व संपर्क क्रांति और भोपाल एक्सप्रेस जैसी आईएसओ गाड़ियों का नंबर आएगा।
वजन में कम, भीतर से स्पेशियस
टेल्गो ट्रेन के एक कोच का वजन करीब 14 टन है जबकि वर्तमान में शताब्दी श्रेणी की गाड़ियों के एक कोच का वजन लगभग 35 टन है। टेल्गो में चेयरकार श्रेणी में 36 सीटें लगाई गई हैं। जबकि एक्जीक्यूटिव श्रेणी के कोच में सीटों - की संख्या 20 है। शताब्दी में चेयरकार श्रेणी में सीटों की संख्या 102 है और एक्जीक्यूटिव श्रेणी में 34 सीटें हैं। ( पढ़ते रहिए bhopal samachar हमें ट्विटर और फ़ेसबुक पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।)