मुंबई। आर्थिक चुनौतियों से जूझ रही इंजीनियरिंग क्षेत्र की प्रमुख कंपनी (एलएंडटी) ने इस साल अप्रैल-सितंबर अवधि में अपने विभिन्न कारोबारों से 14000 कर्मचारियों को काम से निकाल दिया है। कंपनी का कहना है कि ऐसा करना ‘प्रतिस्पर्धी और गतिशील बने रहने के लिए जरूरी था।
कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी आर. शंकर रमन ने कहा कि यह एक रणनीतिक फैसला था। यदि कोई कारोबार सही रूप में नहीं है तो हम उसे फिर से ठीक करने का प्रयास कर रहे हैं। यदि किसी कारोबार को वापस सामान्य स्तर पर लाना है तो यह आवश्यक है कि हम कम प्रतिलाभ को घटाएं। इसलिए जिन नौकरियों को हमने अनावश्यक पाया तो हमने लोगों को बाहर जाने की अनुमति दी।
रमन ने कहा कि हमारे विभिन्न कारोबारों में कुल 1.2 लाख कर्मचारी काम करते हैं जिसमें से चालू वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में 14000 लोगों को काम से निकाला गया है। रमन ने इसके बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी कि किन-किन कारोबारों में छंटनी की गई है।
उन्होंने कहा कि वित्तीय सेवाओं का कारोबार अपने कुछ लक्ष्यों से भटक रहा था, इसलिए कई लोगों को जाने दिया गया। इसी प्रकार खनिज एवं धातु क्षेत्र में भी लोगों को जाने दिया गया। कंपनी अपने विभिन्न कारोबारों में प्रतिस्पर्धी बने रहने की कोशिश कर रही है।