इंदौर। नोटबंदी पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को कहा कि बीते दो महिनों में 30 हजार करोड़ रुपए विदेशों में जमा हुए। 8 मई को बंगाल की भाजपा इकाई ने तीन करोड़ रुपए बैंक में जमा कराए। यदि प्रधानमंत्री वाकई कालाधन रोकना चाहते हैं तो वे उन लोगों की सूची सार्वजनिक करे, जिन्होंने एलआरए स्कीम में विदेशों में सालभर में पैसा जमा कराया है।
सिंह ने कहा कि अक्सर यह कहा जाता है कि कांग्रेस को विरोध करना नहीं आता और भाजपा को सरकार चलाना। देश की 86 प्रतिशत करंसी 500 और 1 हजार रुपए के नोटों की है, यानि सरकार देश को सिर्फ 14 प्रतिशत करंसी पर चला रही है। इससे न अंतरर्राष्ट्रीय आतंकवाद रुकेगा और न ही भ्रष्टाचार, लेकिन आम लोगों को दिक्कत आएगी। बैंकों की लाइन में कोई सांसद, विधायक या पार्षद लगा हुआ नजर नहीं आ रहा है।
सर्जिकल स्ट्राइक से जुड़े सवाल पर दिग्विजय बोले कि भारत और पाक की समस्या लड़ाई से हल नहीं हो सकती है। गांधीजी कहते थे कि यदि कोई तुम्हारी एक आंख फोड़े और तुम बदले में दोनों आंखे फोड़ दो तो फिर विश्व अंधा हो जाएगा। ऐसी मानसिकता से काम नहीं किया जा सकता। सरकार की गलत नीतियों के कारण सार्क संगठन कमजोर हुआ है। उसे मजबूत कर भारत, रशिया और चायना पर भी प्रभाव जमा सकता था।
आतंकी घटनाओं की जांच के बारे में उन्होंने कहा कि एनआईए मालेगांव, समझौता एक्सप्रेस व अन्य मामलों में कोर्ट में केस कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। प्रधानमंत्री के भाषणों पर चुटकी लेते हुए कहा कि यदि हिटलर की तुलना मोदी से करके देखी जाए तो काफी समानता देखी जाएगी। भोपाल जेल ब्रेक मामले में वे बोले कि सरकार कह रही है कि टूथब्रश से जेल के तालों की चांबियां बनाकर कैदी भागे थे। हमने मुख्यमंत्री से कहा कि टूथब्रश से ताले खोलने वाली चांबियां क्या वाकई बन सकती है।