नई दिल्ली। एनडीटीवी इंडिया चैनल पर बैन का विरोध पूरे देश में हो रहा है। पत्रकारों से लेकर राजनीतिक दलों के नेता भी सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं। इस बीच खबर है कि सोमवार को एनडीटीवी इंडिया ने बैन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सरकार ने एनडीटीवी के अलावा ‘न्यूज टाइम असम’ को भी एक दिन के लिए बैन किया है। दोनों ही न्यूज चैनल हैं। जबकि इसके अलावा जितने भी चैनल बैन हुए वो न्यूजचैनल नहीं थे।
सरकार जहां बैन के फैसले को पलटने को तैयार नहीं वहीं विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार को घेर रही हैं एनडीटीवी इंडिया 9 नवंबर को एक दिन के लिए बैन किया गया है। पत्रकारों के तमाम संगठनों ने चैनल बैन के खिलाफ आवाज बुलंद की है लेकिन सरकार इस मामले को लेकर झुकने को तैयार नहीं है।
बता दें कि NDTV इंडिया और मोदी का पुराना विवाद है। गुजरात में सीएम रहते हुए दोनों के बीच तनातनी हो गई थी जो अब तक चली आ रही है। नरेंद्र मोदी के बारे में कहा जाता है कि वो अपने विरोधियों को पूरी तरह से बर्बाद करके ही छोड़ते हैं। भाजपा में तो ऐसे कई उदाहरण है। पहली बार यह लड़ाई पार्टी के बाहर आई है। देखते हैं मोदी इस मामले में क्या कुछ कर पाते हैं।