लखनऊ। देश भर में अपनी चुनाव रणनीति का लोहा मनवा लेने वाले प्रशांत किशोर को यूपी में पसीने छूट रहे हैं। कांग्रेस ने प्रशांत की हर मुदार पूरी की। बावजूद इसके वो कांग्रेस को यूपी में तीसरे नंबर तक भी नहीं ला पाए। अब गठबंधन की संभावनाएं तलाश रहे हैं तो अखिलेश ने ऐसा झटका दिया कि राजनीति की चालें ही बदल गईं।
खबरों के अनुसार अखिलेश यादव ने प्रशांत किशोर से मुलाकात से इन्कार कर दिया है। फिलहाल प्रशांत लखनऊ में ही हैं और अखिलेश से मिलना चाहते थे लेकिन अखिलेश ने उन्हें वक्त नहीं दिया। बता दें कि कुछ दिनों पहले ही प्रशांत मुलायम सिंह से मिले थे वहीं राजद, जदयू और अन्य दलों ने भी गठबंधन को लेकर रूचि दिखाई थी।
हालांकि इन सभी दलों का कहना है कि अगर यूपी चुनाव में सीएम का चेहरा अखिलेश होंगे तो ही वो गठबंधन करेंगे। वहीं दूसरी तरफ विकास रथयात्रा लेकर निकले अखिलेश को पूरा भरोसा है कि उनकी सरकार का काम उन्हें खुद के दम पर फिर सत्ता में लाने के लिए काफी है और सपा को गठबंधन की जरूरत नहीं है।
इन सब बातों के बीच यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं प्रशांत किशोर कांग्रेस का साथ छोड़ने की तैयारी में तो नहीं है क्योंकि कांग्रेस में लगातार उनके विरोध में आवाजें उठती रही हैं। कहा जा रहा है कि बड़े नेताओं की नाराजगी झेल रहे प्रशांत और कांग्रेस का रिश्ता कभी भी टूट सकता है। हालांकि प्रशांत किशोर के करीबी इससे इन्कार कर रहे हैं।