चंडीगढ़। लेफ्टिनेंट कर्नल का बेटा ओर भतीजी मिलकर लालबत्ती कार में 2000 के नकली नोटों को खपाने का काम कर रहे थे। वो अब तक 2 करोड़ मूल्य के नकली नोट बाजार में खपा चुके हैं। इस कमाई से उन्होंने एक लक्झरी कार भी खरीद ली थी। पुलिस ने जब उन्हे पकड़ा, उनके पास 42 लाख रुपए के नकली नोट थे। उन्होेने अपने घर में 3 करोड़ मूल्य के नकली नोट छापे थे, जिसमें से 2 करोड़ खपाए जा चुके हैं।
21 साल के बीटेक स्टूडेंट अभिनव वर्मा और उसकी 20 साल की कजिन विशाखा वर्मा ने 2000 के नए नोट स्कैन किए और फिर ब्लैकमनी को व्हाइट करने का झांसा देकर मार्केट में चलाया। जिस ऑडी में अभिनव, विशाखा व बिचौलिए सुमन को पकड़ा गया है, वह अभिनव की है। उसने चार दिन पहले ही सैकंड हैंड ऑडी 20 लाख रुपए में खरीदी थी। इसके बाद लालबत्ती लगाकर ब्लैकमनी को व्हाइट करने का खेल खेला गया, ताकि किसी नाके या दूसरी जगह पुलिस उन्हें रोके नहीं ।
पुलिस ने 42 लाख रुपए मौके से और 20 लाख रुपए इंडस्ट्रियल एरिया की फैक्टरी से बरामद कर लिए हैं। अभिनव और विशाखा दोनों बीटेक कर चुके हैं। अभिनव के पिता हरियाणा गवर्नमेंट में अच्छी पोस्ट पर थे। पिछले साल उनकी मौत हो गई। मां लेफ्टिनेंट कर्नल हैं।
जल्द अमीर बनना चाहते थे दोनों
अभिनव और उसके मामा की बेटी विशाखा ने पूछताछ में बताया कि चंडीगढ़ इंडस्ट्रियल एरिया के एक लाइव वेरल सॉल्यूशन नाम की कंपनी में उनका आॅफिस है। यहीं पर कई दिनों की मेहनत से 2000 के नए असली नोट की स्कैनिंग की और करीब 3 करोड़ के जाली नोट तैयार कर लिए। सूत्राें के मुताबिक नोटबंदी के बाद जैसे ही मार्केट में 2000 का नया नोट आया तो उन्होंने इसकी 10 कॉपी कलर स्कैन की। इन्हें मार्केट में जाकर चलाया तो ये चल गए। इसके बाद ही और नोट स्कैन करने की प्लानिंग हुई। इसके बाद अभिनव और विशाखा ने 3 करोड़ के नोट छाप दिए। दोनों का मकसद जल्द अमीर बनना था।
6 लोगों की ब्लैकमनी को कर चुके हैं व्हाइट
पूछताछ में दोनों ने बताया कि अब तक यह करीब 6 उन लोगों को टोपी पहना चुके हैं, जिन लोगों ने करोड़ों रुपए की ब्लैकमनी को व्हाइट करवाना था। पुलिस अब उन ब्लैक को व्हाइट करवाने वालों की तलाश कर रही है। पुलिस के पास उन लोगों के नाम आ चुके हैं।
आरोपियों के कुछ साथी फरार, तलाश जारी
सोहाना थाना एसएचओ हरसिमरत सिंह बल ने बताया कि गाड़ी की तलाशी ली तो दो हजार से भरे हुए बैग निकले। जांच करने पर पता चला कि यह जाली हैं। तीनों को आईपीसी की धारा 420,120बी, 498 ए,बी,सी,डी व ई के तहत गिरफ्तार कर लिया है। इनके कुछ साथी फरार हैं।