भोपाल। नोटबंदी के बाद बड़े जोरशोर से प्रचारित किया गया था जो नए नोट आ रहे हैं, उनमें एक खास किस्म की चिप लगी हुई है। जिससे उनकी लोकेशन आसानी से ट्रेस की जा सकेगी और कोई कालाधन छुपाकर नहीं रख पाएगा। साथ ही दावा किया गया था कि नए नोट कुछ इस तरह से छापे जा रहे हैं कि उनका डुप्लीकेट बनाना असंभव होगा लेकिन दोनों ही दावे फर्जी और अफवाह निकले। ना तो नए नोटों में चिप लगी है और ना ही नकली नोटों का कारोबार थमा है। उल्टा बढ़ गया है। पहले नेपाल के जरिए नकली नोट आते थे, आजकल मप्र के गांव गांव में छप रहे हैं। विकास के कोसों दूर छतरपुर जिले की चंदला नगर पंचायत में 2000 के नकली नोटों की छपाई चल रही थी। मुखबिर सूचना नहीं देता तो बदस्तूर जारी भी रहती। इससे पहले करीब एक दर्जन ग्रामीण इलाकों में नकली नोटों की छपाई के मामले सामने आ चुके हैं।
एसडीओपी लवकुशनगर लज्ज़ा शंकर मिश्रा ने बताया कि कल दोपहर चंदला थाना प्रभारी कमलेश साहू को मुखबिर से जानकारी मिली की ग्राम कंचन पुर के खेल मैदान में एक व्यक्ति नकली रुपय लिए हुए खड़ा है। जिस पर थाना प्रभारी ने मामले को संज्ञान में लेकर तुरन्त मैदान में खड़े सराई निवासी धर्मेन्द्र सिंह को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 2 हजार के 186 नकली नोट बरामद किये। जिनका मुद्रित मूल्य 2.92 लाख है। आरोपी से पूछताछ करने पर उसने बताया कि कामता प्रजापति निवासी लवकुश नगर ने यह नोट छापे है। कामता के घर से प्रिंटर जप्त किया गया है। एसडीओपी श्री मिश्रा ने बताया कि यह नोट लवकुश नगर की हर्षित कम्प्यूटर सेंटर तहसील के पास से छापे गये है। आरोपियों को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया है।
गौर तलब है की नोटबंदी के बाद ये आरोपी कलर प्रिंटर से दो हजार के नकली नोट प्रिंट करके चंदला क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में भोली भली जनता को खपाने की फ़िराक में थे। फिलहाल इन नकली नोट का धंधा करने वाले इन आरोपियों के विरुद्ध पुलिस ने मामला कायम कर लिया है।
इनपुट: राजेश निगम, पत्रकार, लवकुशनगर
इनपुट: राजेश निगम, पत्रकार, लवकुशनगर