
यानी 30 दिसंबर के बाद भी आपको एटीएम की लंबी कतारों और बैंकों में लगी भीड़ से राहत नहीं मिलेगी। दरअसल आरबीआई नोटों की मांग के मुताबिक नोट नहीं छाप पा रहा है। लगातार छपाई होने के बावजूद आरबीआई इस मांग को पूरी नहीं कर पा रहा है। नकदी की उपलब्धतता का संकट देखते हुए बैंकों ने सरकार और आरबीआई से यह अपील की है कि नकदी पर निकासी सीमा को 30 दिसंबर के बाद भी जारी रखा जाए।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बैंकर्स ने सरकार और आरबीआई से अपील की है कि 30 दिंसबर के बाद भी नोट निकासी की सीमा को जारी रखी जाए। दरअसल ऐसा इसलिए क्योंकि वो चाहते हैं कि निकासी पर यह सीमा तब तक जारी रहे जब तक कि नई करेंसी की उपलब्धता सामन्य स्थिति में नहीं आ जाती है।
अगर नकदी निकालने की सीमा खत्म कर दी जाएगी तो मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। उनका तर्क है कि नकद निकासी की सीमा हटाए जाने पर हो सकता है कि सभी जरूरतमंदों को पैसा न मिल पाए। आपको बता दें कि इस वक्त सिस्टम में 7 लाख करोड़ रुपए की नई करंसी आ चुकी है।