पानीपत। पानीपत में एक बुजुर्ग के पास पत्नी के अंतिम संस्कार के लिए पैसे नहीं थे। वह 5 घंटे बैंक के सामने लाइन में लगा रहा और पत्नी की बॉडी घर में पड़ी थी। इस दौरान बुजुर्ग की आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। जब मीडिया को इसका पता चला तो उसने आकर दखल दिया और वृद्ध को बैंक से पैसे दिलवाए।
कृष्णपुरा में गुरूवार को 74 साल की महिला चंद्रकला की मौत हो गई। अंतिम संस्कार के लिए पति राजेंद्र पांडेय के पास पैसे नहीं थे। चंद्रकला का पति सुबह 11 बजे बैंक ऑफ बड़ौदा के बाहर लाइन में लगा। 5 घंटे बीत जाने के बाद भी उसे पैसे नहीं मिले। उसने रोते-रोते वहां मौजूद मीडियाकर्मी से मदद मांगी। करीब 3 बजे मीडिया के दखल के बाद बुजुर्ग को बैंक के अंदर जाने दिया गया। इसके बाद बुजर्ग को अंतिम संस्कार के लिए बैंक से पैसे मिल पाए। बुजुर्ग ने मीडिया को धन्यवाद दिया और पैदल ही घर की तरफ दौड़ पड़ा।
5301 रुपये थे अकाउंट में
राजेंद्र के अकाउंट में 5301 रु. थे। पत्नी की मौत के बाद उसने पहले लोगों से पैसे मांगे, नहीं मिले तो वो बैंक की लाइन में लगा। गेट पर खड़े गार्ड और पुलिसवाले को राजेंद्र पांडेय परेशानी बताई, लेकिन उन्होंने कोई मदद नहीं की।