हैदराबाद। हैदराबाद में साइबर कैफे के खिलाफ छापेमारी अभियान में पुलिस ने दर्जनों नाबालिगों और कैफे मालिकों की धरपकड़ की। इन कैफेज पर बच्चे पॉर्न देखते पाए गए, उन्हें इस अभियान के अंतर्गत पकड़ा गया व इन 'भटके हुए बच्चों' की मीडिया के सामने परेड भी करवाई गई। पुलिस को काफी लंबे वक्त से अभिभावकों की तरफ से शिकायतें मिल रही थीं कि बच्चे स्कूल असाइमेंट करने आदि के बहाने साइबर कैफे में जाकर पॉर्न देखते हैं।
मंगलवार को पुलिस की स्पेशल टीम ने करीब 92 इंटरनेट कैफे पर छापेमारी की जिसमें 65 बच्चों को पॉर्न देखते पकड़ा गया। बताया गया कि ये बच्चे 12-16 साल के हैं। पुलिस का कहना है कि इस तरह की मुहिम पहली बार चलाई गई है।
पुलिस 65 किशोरों तथा उनके माता-पिता की एक साथ काउंसिलिंग करेगी। ये किशोर पिछले कुछ दिनों में अलग-अलग इंटरनेट कैफे में पोर्न फिल्में (अश्लील फिल्में) देखते हुए पकड़े गए थे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अभिभावकों व माता-पिता से शिकायतें मिली थीं कि उनके बच्चे साइबर कैफे में जरूरत से ज्यादा समय बिताते हैं। इंटरनेट कैफे में जाने के लिए वो स्कूल होमवर्क का बहाना बनाते थे। अभिभावकों की इन शिकायतों के बाद इन किशोरों पर नजर रखी गई और इन्हें पकड़ा गया।
पुलिस ने पकड़े गए इंटरनेट सेंटर मालिकों के खिलाफ 37 केस दर्ज किए हैं। कैफे सेंटर पर सिक्युरिटी कैमरा नहीं लगाने से लेकर नाबालिगों को पॉर्न देखने देने तक के मामले शामिल हैं। इनमें से 16 के खिलाफ आईपीसी की धारा 292 (अश्लील सामग्रियों की बिक्री संबंधी) के तहत केस दर्ज हुआ है। बाकियों पर आईपीसी की धारा 188 (आदेश की अवहेलना सम्बंधी) लगाई गई है व हैदराबाद सिटी पुलिस एक्ट के तहत इन्हें छह महीने जेल भी भेजा सकता है। पुलिस अन्य साइबर कैफे की तलाश में जुटे हैं जो इन नाबालिगों को अपने यहां पॉर्न दिखा रहे हैं।