
सरकार को सालाना होगी 95 करोड़ की बचत
वर्तमान में चीनी पर सरकार को 11.30 करोड़ रु. प्रतिमाह व सालाना 136 करोड़ रु. की सब्सिडी देनी पड़ती थी। मप्र में हर साल 1,54,815 टन शक्कर की खपत होती है। यानी प्रति माह लगभग 12 हजार टन शक्कर। वर्तमान में बाजार दर 40 से 41.60 रु./किलो है। कंट्रोल की शक्कर अभी 13.50 रु./किलो मिल रही है। इसमें केंद्र की 18.50 रु. तथा राज्य की सब्सिडी प्रतिकिलो 9.60 रु. है। यानी वर्तमान दर से केंद्र व राज्य की कुल सब्सिडी 28 रु. 10 पैसे बनती है। राज्य के 6.50 रु. प्रतिकिलो दाम बढ़ाने से मप्र के हिस्से की सब्सिडी 3.10 रु. रह जाएगी। इससे सरकार को साल में 95 करोड़ रु. तक बचत होगी।
LED बल्ब सस्ता, अब 65 रु. में मिलेगा
केंद्र सरकार ने सरकारी एलईडी बल्ब के दाम 20 रु. घटाकर 65 रु. कर दिए हैं। नए आदेश गुरुवार से लागू होंगे। 9 वाॅट का यह बल्ब अभी तक मप्र में 85 रु. में बेचा जा रहा था। केंद्र की एनर्जी सेविंग उजाला स्कीम के तहत सात माह पहले अप्रैल से प्रदेश में इनका वितरण शुरू किया गया था। ऊर्जा विकास निगम के नोडल ऑफिसर अनूप गर्ग ने बताया कि सरकार की मंशा है कि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा लोग बिजली की बचत करें। इसीलिए एलईडी बल्ब के दाम घटाए गए हैं। राजधानी में अभी तक 10 और प्रदेश में 90 लाख एलईडी बल्ब बिक चुके हैं।