
फिलहाल जेल में है जोआना...
जोआना जेल में हैं। डेनमार्क छोड़ने को लेकर कोपेनहेगन की कोर्ट में उनपर केस चल रहा है। जोआना पर जून, 2015 से देश छोड़ने पर बैन लगा दिया गया था। अगर उसपर लगे आरोप सही पाए गए तो दो साल की जेल हो सकती है। जोआना पर आरोप हैं कि उसने आईएसआईएस आतंकियों को डेनमार्क से मिडल ईस्ट में स्थापित किया। पलानी को डेनमार्क आने के बाद से लगातार धमकियां मिल रही हैं। आईएसआईएस ने जोआना को मारने वाले को 10 लाख डॉलर (6 करोड़ 78 लाख रु.) इनाम देने का एलान किया है।
कई लैंग्वेज में मिल रहीं धमकियां
अरब मीडिया के मुताबिक, जोआना को बीते हफ्ते से कई लैंग्वेज में धमकियां मिल चुकी हैं। सोशल मीडिया चैनल्स पर आईएसआईएस पलानी को मारने के लिए लगातार इनाम देने की बात कह रहा है। जोआना का पासपोर्ट पिछले साल जब्त कर लिया था। पलानी ने फेसबुक पर लिखा, 'मैं डेनमार्क और दूसरे देशों के लिए खतरा कैसे हो सकती हूं। मैंने यहां ही मिलिट्री ट्रेनिंग ली है और मैं आईएसआईएस के खिलाफ लड़ रही थी।' एक पोस्ट में ये भी लिखा, 'एक डेनिश लड़की होने के नाते मैंने ये सीखा कि महिलाओं के अधिकारों, डेमोक्रेसी और यूरोपियन वेल्यूज के लिए लड़ना है।'
कौन है जोआना पलानी?
पलानी का परिवार मूल रूप से ईरान के कुर्दिस्तान का रहने वाला है। पहले गल्फ वॉर के दौरान इराक के रमादी के जोआना पैदा हुईं। बाद में उसके परिवार को डेनमार्क में रहने की परमिशन मिल गई। 2014 में आईएसआईएस के खिलाफ कुर्दिश रेवोल्यूशन ज्वाइन करने के लिए जोआना ने पढ़ाई छोड़ दी। पलानी सीरिया में कुर्दिश पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट (YPG) और इराक में पेशमर्गा फोर्स के साथ आईएसआईएस के खिलाफ लड़ चुकी हैं। जोआना चाहती हैं कि लोगों को पता लगे कि वाईपीजी एक आतंकी ऑर्गनाइजेशन नहीं है।