नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद कालेधन को सफेद करने के आरोपों से घिरे एक्सिस बैंक की मुश्किलें बढ़ गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने नोएडा सेक्टर 51 की एक्सिस बैंक ब्रांच के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। आरोप है कि इस शाखा से कर्मचारियों ने 20 फर्जी खाते खोलकर करोड़ों के कालेधन को सफेद किया है।
यहां के कर्मचारियों ने कमीशनखोरी के इस फर्जीवाड़े के लिए गरीबों का इस्तेमाल किया। इनमें से नंदू भी एक हैं। यूं तो नंदू बेहद साधारण नौकरी करता है और झुग्गी झोपड़ी में रहता है, लेकिन इस बैंक ने उसको हिमानी इंटरनेशनल का डायरेक्टर बना दिया। इतना ही नहीं, उसका खाता खोलकर 3.60 करोड़ रुपए भी जमा कर दिए गए। इनकम टैक्स अधिकारियों को नंदू की जानकारी मिली तो उन्होंने पूछताछ की। नंदू ने हकीकत बताई तो बैंककर्मियों की करतूत खुल गई। विस्तृत जांच हुई तो पता चला कि ऐसे 20 फर्जी खाते खोले गए हैं।
इससे पहले गुरुवार को आयकर विभाग ने नोएडा के सेक्टर 51 स्थित एक्सिस बैंक की शाखा में छापामार कार्रवाई की थी। बता दें कि इससे पहले एक्सिस बैंक के ही दो कर्मचारियों को गलत तरीके से नोट बदलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
फिल्हाल लाइसेंस रद्द नहीं
मालूम हो, एक्सिस बैंक के खिलाफ लगातार आ रही शिकायतों के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने उन सभी अफवाहों को खारिज किया था जिसमें कहा जा रहा था कि वह (आरबीआई) एक्सिस बैंक का लाइसेंस रद्द करने जा रहा है। ये सभी अफवाहें इसलिए तेज हो रही थीं क्योंकि बीते दिनों एक्सिस बैंक की एक शाखा के कुछ कर्मचारियों को नोटबंदी के बाद मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में दोषी पाया गया था।