भोपाल। भोपाल में भाजपा के मीसाबंदी नेता सुशील वासवानी के बैंक में आयकर छापे के बाद अब इंदौर में मंत्री अर्चना चिटनीस द्वारा स्थापित किए गए इंदौर स्वयंसिद्धा महिला सहकारी बैंक में आयकर की जांच पड़ताल शुरू हो गई है। सूचना मिली है कि यहां भी नोटबंदी के बाद कालाधन का कारोबार किया गया है।
आयकर विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि महकमे को सूचना मिली है कि आठ नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के बाद इंदौर स्वयंसिद्धा महिला सहकारी बैंक में बड़ी तादाद में नये खाते खोले गये. इन खातों के जरिये 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों को सहकारी बैंक में जमा कराया गया।
अधिकारी ने बताया कि आयकर विभाग ने इस सहकारी बैंक का सर्वेक्षण शुरू किया है। बैंक का हिसाब-किताब जांचा जा रहा है। जांच पूरी होने में कुछ दिन लग सकते हैं। शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री अर्चना चिटनीस वर्ष 1995 में बैंक की संस्थापक अध्यक्ष रही हैं। फिलहाल उनकी भाभी अमृता मिश्रा बैंक की अध्यक्ष हैं।