सपाक्स के तृतीय प्रांतीय अधिवेशन की पूरी रिपोर्ट

Bhopal Samachar
भोपाल। दिनांक 17.12.2016 को नर्मदाभवन, तुलसी नगर, भोपाल में सामान्य, पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक वर्ग अधिकारी कर्मचारी संस्था (सपाक्स) का तृतीय प्रांतीय अधिवेशन सम्पन्न हुआ, जिसमें प्रदेश के सभी 51 जिलों से आए जिलापदाधिकारी एवं सक्रिय सदस्य शामिल हुए। कार्यक्रम केें मुख्य अतिथी मध्यप्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेषक श्री एस सी त्रिपाठी, श्री धर्मवीर सिंह कुशवाह अध्यक्ष अखिल भारतीय राजपूत क्षत्रिय समाज, डॉ ललित शास्त्री, वरि. पत्रकार एवं अध्यक्ष, सपाक्स समाज, पं लखन शास्त्री, अध्यक्ष अखिल भारतीय ब्राम्हण समाज, सुश्री भक्ति शर्मा, युवा सरपंच थे। श्री सुधीर नायक, अध्यक्ष कर्मचारी संघ, मंत्रालय, वल्लभभवन भोपाल ने संबोधित किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथी श्री एससी त्रिपाठी ने कहा के पदान्नति केवल दो ही आधारों पर होना चाहिए। पहला वरिष्ठता, दूसरी योग्यता। एक बार एक समान पद पर नियुक्त हो जाने के बाद केवल जाति के आधार पर पदोन्न्ति देना अन्य वर्ग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के प्रति अन्याय है। इससे अधिकारियों का मनोबल गिरता है एवं प्रशासनिक व्यवस्था कमजोर होती है। 

ब्राम्हण समाज के अध्यक्ष पंडित लखन शास्त्री ने कहा कि राजा को प्रजा से मित्र की भांति व्यवहार करना चाहिए। जो राजा प्रजा के साथ अन्याय करता है वह नर्क का भागी होता है। ब्राम्हण समाज सरकार के पदोन्नति में आरक्षण की अन्यायपूर्ण व्यवस्था की कड़ी भर्त्सना करता है। यदि सरकार ने पदोन्नति में आरक्षण समाप्त नहीं किया तो अगले चुनाव में उसे गम्भीर परिणाम भुगतने होंगे। 

कार्यक्रम को आगे सम्बोधित करते हुए बरखेड़ी अब्दुल्ला ग्राम की युवा सरपंच सुश्री भक्ति शर्मा ने न केवल पदोन्नति में आरक्षण का विरोध किया, वरन यह प्रष्न भी खड़ा किया कि यदि आरक्षित वर्ग से आरक्षण का लाभ लेकर कोई सिविल सर्वेन्ट स्वयं सारी सुविधाओं का उपभोग करता है तथा उनके बच्चों को वे सभी सुविधाएं प्राप्त होेती हैं तो उन्हे आरक्षण का लाभ क्यों मिलना चाहिए। 

वरि. पत्रकार व सपाक्स समाज संस्था के अध्यक्ष डॉ ललित शास्त्री ने भी पदोन्नति में आरक्षण की विसंगतियों को उजागर किया और सरकार के पदोन्नति नियम 2002 को वर्ष 2006 में उच्चतम न्यायालय के निर्णय के परिप्रेक्ष्य में पूर्णतः असंवैधानिक बताया। 

ठाकुर धर्मवीर सिंह कुषवाह, अध्यक्ष अखिल भारतीय राजपूत क्षत्रिय समाज ने भी कहा कि क्षत्रिय समाज ने सदियों से अन्याय का विरोध किया है और आगे भी करेगा। क्षत्रिय समाज सरकार के इस विद्वेषपूर्ण पदोन्नति नियम की भर्त्सना करता है। उन्होने आष्वासन दिया कि क्षत्रिय समाज सपाक्स के हर  कदम का समर्थन करेगा। 

मंत्रालय के कर्मचारी संघ अध्यक्ष श्री सुधीर नायक ने कहा कि उस संविधानसभा के 80 प्रतिषत सदस्य समाज के अगड़े वर्गो के थे जिन्होने समाज के शैक्षणिक एवं सामाजिक रुप से पिछडे अनु. जाति व अनु.ज. जाति को आरक्षण दिये जाने का प्रावधान संविधान में किया। किन्तु आरक्षित वर्ग से जुड़े हुए संगठनों ने कभी भी गांधी एवं पटेल जैसे नेताओं तथा मुंशी प्रेमचन्द जैसे लेखकों को उचित सम्मान नहीं दिया जो समाज के अगड़े वर्गो से होने के बावजूद जीवन भर दलित एवं शोषित समाज के उत्थान के लिए लड़ते रहे। उन्होन आगे कहा कि जाति के आधार पर पदोन्नति में आरक्षण देना आपस में वैमन्यस्ता पैदा करने वाला कदम है तथा सरकार को इसे समाप्त करना चाहिए।

सपाक्स के संस्थापक सदस्य श्री अजय जैन ने सम्मेलन में शामिल प्रतिभागियों को अवगत कराया कि मध्यप्रदेष शासन ने उच्चतम न्यायालय में सपाक्स के विरोध में देश के सर्वाधिक नामी वकीलों को खड़ा किया है तथा सरकार हमारे ही धन से उनकी महंगी फीस का भुगतान कर रही है जिसका सपाक्स कड़ा विरोध करता है। सम्मेलन में सभी जिलों से आए प्रतिनिधियों ने अपने जिले मे सपाक्स की गतिविधियों की जानकारी दी तथा अगले एक माह में जिलों में रैलियों एवं सभाओं के माध्यम से आन्दोलन को पुनः गति देने का संकल्प दोहराया। सभी जिलों से प्रतिनिधियों ने आश्वस्त किया कि उच्चतम न्यायालय में कानूनी लड़ाई के लिए जितनी भी धनराषि की आवष्यकता होगी सभी उसे जनसहयोग से एकत्र करेंगे एवं धनराशि की कमी नहीं होने देगे।

यह भी निर्णय सर्व सम्मति से लिया गया कि प्रदेश भर में अगले एक माह प्रदेश कार्यकारिणी द्वारा निर्धारित कार्यक्रम अनुसार ग्याापन, धरना/ प्रदर्षनों के माध्यम से पुनः जन जागरुकता कर समाज को इस आंदोलन से जोडा जावेगा। संस्था का विस्तार अब तहसील/ ब्लाक व गांव के स्तर तक किया जावेगा। सपाक्स समाज संस्था के अध्यक्ष डॉ ललित शास्त्री द्वारा बताया गया कि वे और उनके साथी सभी जिलों का भ्रमण इस अवधि में कर जन-जन तक यह वास्तविकता से सभी को अवगत करावेंगे कि वास्तविक वंचितों को कैसे एक साजिस के तहत आरक्षण के लाभ से दूर रखा जा रहा है एवं उनकी आड लेकर कैसे शासन और उनके ही वर्ग के संपन्न लोग उनका हक मार रहे हैं।

गैर शासकीय सेवकों को सपाक्स से जोड़ने के लिए गठित की गई सपाक्स समाज संस्था में अगले एक माह में 3 लाख नए सदस्य बनाने का संकल्प लिया गया। अधिवेशन के समापन के पश्चात प्रदेश से पधारे सभी प्रतिनिधियों द्वारा मान. मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ग्याापन मान. खनिज मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ला एवं मान. जल संसाधन मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा को सोंपे।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!