मंदसौर। नोटबंदी के बाद बैंकों में आम नागरिकों के साथ चल रही कैश की किल्लत के से तंग आकर एक किसान ने जहर खा लिया। उसने हाल ही में फसल बेची थी। बदले में मिला चैक बैंक में जमा कराया था और अपने खाते से मात्र 24000 रुपए निकालना चाहता था लेकिन 5 दिन से लगातार बैंक अधिकारी आम नागरिकों को कैश का वितरण नहीं कर रहे थे।
जानकारी के अनुसार, जिले के नारायणगढ़ कस्बे में राधेश्याम प्रजापति नाम का किसान सेंट्रल बैंक की शाखा में चेक का भुगतान लेने के लिए पहुंचा था. यहां बैंक से नकद राशि नहीं मिलने की वजह से राधेश्याम ने जहरीला पदार्थ खा लिया. बताया जा रहा है कि किसान को सोयाबीन की फसल बेचने के एवज में नकद राशि के बजाए चेक मिला था. उसने करीब 10 दिन पहले बैंक में चेक जमा कराया था और अब अपने खाते से सरकार द्वारा निर्धारित 24 हजार रुपए निकालना चाहता था।
शनिवार को वह अपने खाते से राशि निकालने के लिए बैंक पहुंचा, लाइन में जाकर खड़ा हो गया लेकिन एक बार फिर लंबे इंतजार के बाद बैंक ने कैश खत्म होने का ऐलान कर दिया। इससे तंग आकर उसने लाइन में ही जहर खा लिया। तबीयत बिगड़ने पर किसान को तुरंत नजदीक के अस्पताल ले जाया गया, जहां गंभीर हालत को देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया.