
परामर्श दात्री समिति कि बैठक संकुल व तहसील स्तर मे न होने से शिक्षकों की समस्याओं का समाधान नही हो पा रहा, पदोन्नति कि समस्या, गणना पत्रक कि समस्या जस कि तस बनी हुई है। कई स्कुलो मे शिक्षको कि कमी है। शहरी क्षेत्रो मे तो अतिषेश है। वही ग्रामीण क्षेत्रो जैसे पाटन, कुण्डम तहसील मे शिक्षको कि लगातार कमी बनी हुई है।
जिला शिक्षा अधिकारी कहीं न कहीं भष्टाचार मे लिप्त है इस लिए बैठक कराने से बचते नजर आ रहे। अगर बैठक नही हुई तो म.प्र.राज्य कर्मचारी संघ धरना /प्रदर्शन हेतु मजबूर होगा इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी जबलपुर जिम्मेदार रहेगे।