लखनऊ। बसपा के खाते में 104 करोड़ और बसपा प्रमुख मायावती के भाई के खाते में भी करोड़ों रुपए जमा होने के खबरों के बाद सियासी घमासान शुरू हो गया है। अब तक नोटबंदी का मुखर होकर विरोध कर रहीं बसपा प्रमुख मायावती ने मंगलवार को पार्टी अकाउंट में जमा हुए पैसे को लेकर सफाई दी।
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि यह बसपा की रूटिन प्रक्रिया का हिस्सा है जिसके तहत देशभर से सदस्यता अभियान द्वारा जमा पैसा जमा करवाया गया। उन्होंने इसे केंद्र सरकार की साजिश करार देते हुए कहा कि दलित विरोधी पार्टियों के इशारे पर यह कार्रवाई हुई है।
मायावती ने कहा कि दूसरी पार्टियों ने भी पैसे जमा किए लेकिन उसका जिक्र तक नहीं हुआ। यह पैसा हेराफेरी का नहीं बल्कि इमानदारी और मेहनत का है। अपने भाई के खाते में जमा हुई नकदी को लेकर भी मायावती ने कहा कि उसने सभी नियमों का पालन किया है। उसके खिलाफ भी जो जांच की जा रही है वो एक साजिश है।
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा हर बार चुनाव से पहले छोटी बातों को बड़ा मुद्दा बनाकर मीडिया में ऐसे लाती है जैसे मैंने कोई भ्रष्टाचार किया हो। भाजपा सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है। अगर भाजपा में दम है तो बताएं कि नोटबंदी से पहले खुद ने कितना पैसा जमा करवाया।