सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। जिला चिकित्सालय बालाघाट के ट्रामा सेंटर में नवजात बच्चों की मौत होने का सिलसिला निरंतर जारी है। 14 दिसम्बर की सुबह डॉक्टरों की लापरवाही से फिर एक बच्चे की मौत हो गयी। जानकारी अनुसार ग्राम बगदरा निवासी राजेश पिता फगुलाल लिल्हारे ने 13 दिसम्बर को अपनी पत्नी रीना लिल्हारे को प्रसव के लिए जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया था, जहा रात्रि में 9.30 बजे बालक का जन्म हुआ लेकिन आज दोपहर 12 बजे नवजात बच्चे की मौत हो गयी।
पीडि़त परिजनों ने बताया कि बच्चे के जन्म के बाद कोई भी डॉक्टर जाँच करने नही आया। जन्म के बाद बच्चा रोते ही जा रहा था। नर्सो से बात की तो उन्होंने दूध पिलाने की सलाह दी लेकिन बच्चे की माँ को दूध नही आ रहा था। जिसके बाद परिजनों ने मेडिकल से लेक्टोडेक्स नामक दूध पाउडर लाकर बच्चे को पिलाया, जिससे पाउडर का घोल बच्चे के फेफड़े में प्रवेश किया और बच्चे का शरीर गले से लेकर सीने तक नीला हो गया। जिससे मासूम की मौत हो गयी।
हालाकि परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। जिससे पुनः यह बात सामने आयी है कि डिलेवरी के बाद कोई भी डॉक्टर जांच हेतु नही आया। वही डॉक्टर पंड्या का कहना है कि परिजनों को बताया गया था कि बच्चे को माँ का दूध पिलाया जाए लेकिन उन्होंने किसी भी सलाह का पालन नही किया। फेफड़े में दूध जाने के कारण बच्चे की मौत हुई है।