भोपाल। सरकार स्थाई नौकरियां तो दे नहीं रही। आउटसोर्सिंग या अतिथि विशेषज्ञ जैसे काम मिल रहे हैं। वेतन भी कम है। लोग घर चलाने के लिए एक साथ दो दो जगह काम कर रहे हैं लेकिन अब सरकार ऐसा भी नहीं होने देगी। अतिथि विद्वानों को भी आधार से लिंक किया जाएगा। उन्हे प्रति कक्षा के मान से वेतन दिया जाता है परंतु अब वो केवल एक ही कॉलेज से अनुबंध कर सकेंगे।
प्रदेश के बीएड, बीपीएड, एमएड और एमपीएड के शिक्षक अब केवल एक ही कॉलेज में पढ़ा सकेंगे। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने प्रदेश के करीब 2200 कॉलेजों पर नकेल कसने की तैयारी कर ली है। इसके तहत प्रत्येक कॉलेज को अपने शिक्षकों का आधार एनसीटीई से लिंक कराना होगा।
अगर एक शिक्षक कई कॉलेजों में अपनी सेवाएं दे रहा है या कई कॉलेजों ने एक शिक्षक को अपने यहां की फैकल्टी होना बताया है तो कॉलेजों पर कार्रवाई की जाएगी। एनसीटीई क्षेत्रीय निदेशक अवधेश नायक के मुताबिक सभी कॉलेजों को फैकल्टी का आधार लिंक करवाने के निर्देश दे दिए गए हैं।