भोपाल। इधर मप्र की शिवराज सरकार प्रदेश को कैशलेस बना रही है और उधर ग्रामीण इलाकों को अभी तक छुआछूत और तालिबानी खाप पंचायतों से मुक्त नहीं करा पाई है। यह किसी भी सरकार के लिए शर्मनाक है कि एक नागरिक ने खाप पंचायत की तालिबानी सजा से आहत होकर दम तोड़ दिया। छतरपुर जिले के बड़ामलहरा से पत्रकार रामकृपाल शर्मा की रिपोर्ट के अनुसार 70 वर्षीय बृद्ध हरी सिंह राजपूत आत्मज उमराव लौधी की शुक्रवार की शाम सदमे मे मौत हो गई। जिसका पोस्टमार्टम आज शानिवार को हुआ। मृतक के भतीजे दरयाव पुत्र अर्जुन लौधी ने खाप पंचायत मे तीन लोगों द्वारा मानसिक रूप से प्रताडि़त किये जाने से आत्म ग्लानि के चलते सदमे मे मौत होने का आरोप लगाते हुऐ बमनौरा थाने मे रिर्पोट दर्ज कराई। जिस पर पुलिस ने धारा 174 के तहत तीन लोगो के नामजद मर्ग कायम कर जांच मे लिया है।
मृतक के भतीजे दरयाव पुत्र अर्जुन लौधी निवासी रामटौरिया ने बताया कि मृतक हरी सिह उसके चाचा हैं। उनके कोई संतान ना होने की वजह से वह उनके पास रहता था कि 9 दिसम्बर को उसके खलिहान मे उसकी बछिया मर गई थी। जिसका हरी सिह ने प्रायश्चित भी कर लिया था किन्तु गांव के ही करण सिह लौधी, मर्दन लौधी, एवं गौदी लोधी ने इसका विरोध किया एवं शुक्रवार को बारह गांव के लोगो की पंचायत बुलाई एवं पंचायत मे चाचा हरी सिह को एक पैर से खड़ा रहने एवं पांच सौ रूपया जुर्माना का फरमान जारी किया गया। जिसका कुछ लोग विरोध करते हुए पंचायत से उठकर चले गये। पंचायत मे ही गांव के करन सिह लौधी, मर्दन लौधी,एवं गौदी लौधी ने उनके साथ अपशब्दो का प्रयोग किया। जिस आत्म ग्लानि को वे बर्दाश्त नही कर सके एवं पंचायत से जाते समय कुछ लोगो से कहा अब जीना बेकार है। शाम के वक्त घर वापस लौटते समय रास्ते में ही उन्होने दम तोड़ दिया।
एस.डी.ओ.(पी)पी.के.सारस्वत ने बताया कि मृतक की पोस्टमार्टम रिर्पोट के आने के बाद ही उसकी मृत्यु के कारणो का पता चलेगा बमनौरा थाने मे मर्ग कायम कर जांच मे लिया है। पोस्टमार्टम रिपोट आने के बाद ही आगे की कार्यबाही की जायेगी।