नईदिल्ली। गुरूवार सारा दिन पश्चिम बंगाल की ओर से कई अविश्वस्नीय खबरें आईं। कहा गया कि पश्चिम बंगाल में तख्ता पलट होने वाला है। सेना तैनात कर दी गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सचिवालय पहुंच गईं हैं। सेना सचिवालय के पास ही मौजूद है। सुबह कुछ धुंध कम हुई। खबर आई है कि सचिवालय के पास तैनात सेना के अस्थाई केंप को हटा दिया गया है लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शुक्रवार सुबह भी सचिवालय में ही हैं। कहा जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में सेना की तैनाती हुई थी। यह क्यों हुई थी और क्या ममता बनर्जी के आरोपों में कोई दम है, फिलहाल पता नहीं चल पाया है।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने गुरुवार को आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार को सूचित किए बिना ही राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) संख्या दो पर पलसित और दनकुनी के दो टोल प्लाजा पर सेना तैनात की गई है। ममता बनर्जी ने सेना की इस तैनाती को असंवैधानिक बताया है और इस बारे में राष्ट्रपति से केन्द्र सरकार की शिकायत करने का मन बनाया है। सेना की तैनाती का विरोध करते हुए ममता बनर्जी ने कल सचिवालय में डेरा डाल लिया था।
ममता बनर्जी का कहना है कि जब तक टोल प्लाजा से सेना नहीं हटाई जाती तब तक वह वहां से नहीं हटेगी। हांलांकि रात को टोल प्लाजा से सेना हटा ली गई लेकिन ममता बनर्जी शुक्रवार सुबह तक सचिवालय में ही डटी रही।
गुरुवार देर रात ममता बनर्जी ने एक के बाद एक ट्वीट कर कहा कि बंगाल राज्य सचिवालय के बाहर सेना तैनात कर दी गई है. पुलिस के विरोध के बावजूद अति सुरक्षित इलाके में सेना भेजना दुर्भाग्यपूर्ण कदम है. उन्होंने धमकी के लहजे में कहा कि जब तक सेना को टोल प्लाजा से नहीं हटाया जाता, वह सचिवालय में ही डेरा-डंडा जमाए रहेंगी.
उन्होंने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यह संघीय व्यवस्था पर हमला है. हम मुख्य सचिव केंद्र को पत्र लिखकर अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. इस मुद्दे को मैं राष्ट्रपति से समक्ष उठाऊंगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि सेना हमारी संपत्ति है. हमें उनपर गर्व होना चाहिए. हमें बड़ी आपदाओं और सांप्रदायिक तनाव के दौरान सेना की जरूरत होती है. ममता ने दावा किया कि टोल प्लाजा पर सेना तैनात होने के कारण लोगों में अफरा-तफरी है.
घर से बुला कर मुख्य सचिव के साथ सीएम ने की बैठक
टोल प्लाजा पर सेना तैनाती के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के मुख्य सचिव वासुदेव बंद्योपाध्याय के साथ बैठक की. श्री बंद्योपाध्याय शाम 8.10 बजे नवान्न से निकल गये थे. श्री बंद्योपाध्याय के नवान्न से निकल गये थे और अपने घर पहुंच गये थे, लेकिन सुश्री बनर्जी ने फिर से श्री बंद्योपाध्याय को तलब किया. वह घर से नवान्न पहुंचे और सुश्री बनर्जी ने उनके साथ बैठक की. बैठक में टोल प्लाजा पर सेना तैनाती से संबंधित मुद्दों पर चर्चा हुई. सुश्री बनर्जी ने टोल प्लाजा पर सेना के जवान तैनात किये जाने पर कड़ी आपत्ति जतायी है.
चिंता की बात नहीं : सेना
इस बारे में पूछे जाने पर सेना की पूर्वी कमान के मुख्य जन संपर्क अधिकारी विंग कमांडर एसएस बिरदी ने कहा कि इसमें कोई चिंता व भय की बात नहीं है. यह सेना का वार्षिक अभ्यास है, जिसे देश भर में साल में दो बार किया जाता है. इसके द्वारा हम लोग समान से लदे वाहनों के बारे में सांख्यिकीय डाटा एकत्रित करते हैं, जो आपात स्थिति में सेना के काम आता है. इस अभ्यास के दौरान हम लोग देखते हैं कि एक इलाके से कितनी गाड़ियां गुजरती हैं, उनका वजन क्या है आैर वह किस रफ्तार से चलती है. विंग कमांडर बिरदी ने कहा कि इसमें चिंता, भय व खतरे की कोई बात नहीं है. सब कुछ सरकार के निर्देशानुसार किया जा रहा है।