भोपाल। मंत्री अंतरसिंह आर्य ने मांडू नगर परिषद के चुनाव प्रचार के दौरान दिए एक बयान पर आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत होने पर अपना जवाब धार कलेक्टर श्रीमन शुक्ला को भेज दिया है। आर्य ने अपनी सफाई में कहा है कि उन्होंने अपनी बात पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में कही थी, आमसभा में नहीं। उन्होंने न कभी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है और न आगे करने की मंशा है।
आर्य ने मांडू नगर परिषद चुनाव के प्रचार के दौरान कहा था कि नगर परिषद चुनाव में यदि भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को विजयी नहीं बनाया गया तो क्षेत्र की जनता यह अच्छी तरह समझ ले कि क्षेत्र के विकास की चाबी प्रभारी मंत्री के रूप में मेरे पास है और यदि कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी को चुनाव में जिताया जाएगा, तब निश्चित रूप से मांडू नगर परिषद क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं होंगे और न ही विकास के लिए समुचित धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।
यहां गौर करने वाली बात यह है कि पार्टी कार्यकर्ताओं की मीटिंग में जनता के नाम संबोधन क्यों किया गया था। जिस बयान पर शिकायत दर्ज कराई गई है, उसके पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच देने का क्या औचित्य हो सकता था। क्या अंतर सिंह पार्टी कार्यकर्ताओं को उकसा रहे थे कि वो जनता के बीच जाकर यह बयान दोहराएं।