शहडोल। नोटबंदी के कारण ग्राहकों से उधारी वसूली में नाकाम हो गए एक व्यापारी ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। अगले महीने उसकी बेटी की शादी है। बताया जा रहा है कि व्यापारी काफी कर्ज में था। नोटबंदी के कारण पिछले 2 महीने से लोग दूध के पैसे नहीं दे रहे थे। इसलिए आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई थी।
जानकारी के अनुसार, शहडोल से लगे पहड़िया गांव में रहने वाले 43 वर्षीय प्रेमलाल यादव के बेटी की अगले महीने शादी होना है. प्रेमलाल सहित परिवार के सारे सदस्य शादियों की तैयारियों में जुटे हैं. खुशियों के माहौल में प्रेमलाल ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली.
मृतक के भाई बीनू प्रसाद यादव सहित परिजन सुसाइड को नोटबंदी से जोड़ रहे हैं. उनका कहना है कि पुराने नोट बंद होने से इसके घर की अर्थ व्यवस्था गड़बड़ा गई थी. प्रेमलाल को कहीं से कोई राशि नहीं मिल पा रही थी, जिस कारण दबाव में आकर प्रेमलाल ने आत्महत्या कर ली है. हालांकि, पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है.
मामले की जांच कर रहे पुलिसकर्मी अभिषेक शर्मा ने बताया कि पाली पुलिस ने शव का परीक्षण कराकर उसे परिजनों को सौंप दिया है. पुलिस का कहना है कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है, जिसके बाद ही आत्महत्या की वजह का खुलासा हो सकेगा.