भोपाल। शहडोल लोकसभा क्षेत्र से हाल ही में निर्वाचित हुए ज्ञान सिंह विधायकी से इस्तीफा देने के बाद भी शिवराज कैबिनेट में मंत्री पद का मोह नहीं छोड़ पा रहे हैं। उनके प्रभार के जिले अन्य मंत्रियों को बांट दिए गए हैं। कई महीनों से वे कैबिनेट में शामिल नहीं हुए हैं। दो महीने से क्षेत्र में चुनाव में व्यस्त होने से विभाग के कामकाज थमे हुए हैं। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान ज्ञान सिंह ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बावजूद ज्ञान सिंह का लालबत्ती प्रेम छूट नहीं पा रहा है।
मंत्री पद छोड़ने को लेकर जब उनसे पत्रकारों ने चर्चा की तो वे भड़क गए, बोले- 'हां मैं अभी भी मंत्री हूं, शिवराजजी ने मुझे मंत्री बनाए रखा है तो तुम्हें क्या समस्या है?" उधर, राजभवन ने भी ज्ञान सिंह का इस्तीफा नहीं आने की बात कही है।
हालांकि, विधानसभा के नियमों के मुताबिक कोई भी सांसद और विधायक एक साथ नहीं रह सकता, लेकिन बिना विधायक रहे छह महीने तक मंत्री रह सकते हैं। ज्ञान सिंह इसी नियम के तहत मंत्री पद पर बने हुए हैं। गौरतलब है कि ज्ञान सिंह का प्रभार वाले जिले डिंडौरी का जिम्मा अब कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन को दे दिया गया है।
विधानसभा में भी उनके विभाग के प्रश्नों के जवाब सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री लाल सिंह आर्य ने दिए थे। इससे पहले वर्ष 2006 में जब रामपाल सिंह को विदिशा सीट से सांसद चुना गया था, तब वे मंत्री भी थे। सांसद बनने के कई दिन बाइ उन्होंने पद छोड़ा था।