वडोदरा। देश में नोटबंदी के कारण बैंक कर्मियों को होने वाली दिक्कत के चलते ऑल इंडिया बैंक एंप्लायीज एसोसिएशन और ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन ने विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है। पीटीआई की खबर के मुताबिक दोनों ही बैंक यूनियनों ने मंगलवार को कहा कि हम बैंक कर्मियों को लेकर होने वाली दिक्कतों के चलते 28 दिसंबर को प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद दोनों यूनियन अपनी दिक्कतों से संबंधित पत्र वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात कर 29 दिसंबर को उनको देंगे।
इसके अलावा देश भर में अगले साल 2 और 3 जनवरी, 2017 को भी बैंक यूनियन के सदस्य भी प्रदर्शन करेंगे। एआईबीईए के महासचिव सीएच वेंकटचलम और एआईबीओए के महासचिव एस नागराजन ने बयान में कहा कि हमारे संगठनों के आंदोलन के चलते देश भर में सभी यूनिटों ने सभी प्रमुख केंद्रों पर विरोध प्रदर्शन की तैयारी शुरु कर दी है।
उन्होंने कहा कि हम भारतीय रिजर्व बैंक के स्थानीय अधिकारियों से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपकर खुद को होने वाली परेशानियों के बारे में बताएंगे। दोनों ही बैंक यूनियनों ने मांग करते हुए कहा कि सभी बैंकों और शाखाओं को नए नोटों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जाए और सभी एटीएम में पैसा डाला जाए।
बयान जारी करते दोनों यूनियनों ने कहा कि अगर आरबीआई पर्याप्त मात्रा में बैंकों में नकद राशि उपलब्ध नहीं करा पाता है तो बैंकों में होने वाले नगद लेन-देन को पर्याप्त प्रभाव से बंद कर देना चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जब बैंकों में पैसा था ही नहीं तो जिन लोगों के पास बहुत ज्यादा मात्रा में पैसा पकडा गया है, उन सब के खिलाफ सीबीआई जांच होनी चाहिए।
नोटबंदी के दौरान बैंकों में काम करने वाले जिन कर्मचारियों की अभी तक मौत हुई है, उन सभी लोगों को सरकार से पर्याप्त मुआवज देने की भी मांग की गई है। इस दोनों बैंक यूनियन के करीब 5.50 लाख सदस्य है। बैंक यूनियन ने आरबीआई और राज्य सरकारों से बैंक कर्मचारियों को पर्याप्त सुरक्षा देने के साथ-साथ उनके अतिरिक्त समय काम करने के लिए भुगतान भी मांगा है।