भोपाल। जिस व्यक्ति के कहने पर पूरा देश कतार में लग गया। पिछले 2 महीने से कष्ट झेलकर भी मुस्कुरा रहा है, उन्ही नरेन्द्र मोदी की बात का उनकी अपनी पार्टी में कोई वजन नहीं है। यदि पूर्व मंत्री बाबूल़ाल गौर को छोड़ दिया जाए तो एक भी सांसद विधायक ऐसा नहीं है जिसने मोदी की बात का मान रखते हुए अपनी संपत्ति का ब्यौरा अमित शाह के पास भेजा हो।
बीजेपी नेताओं को इस ब्यौरे में अपना नाम, लोकसभा या विधानसभा क्षेत्र, किसमें बैंक खाता है, कुल कितने खाते हैं, खाता का प्रकार, खाता नंबर, अकाउंट में कुल पैसे, 9 नवंबर से 31 दिसंबर तक जमा रकम और निजी या व्यावसायिक आमदनी की पूरी जानकारी देना है।
किसने क्या कहा
विधायक और सांसदों से बैंक खातों का हिसाब देने कहा है। हम पीएम की बात मानने को तैयार हैं। 31 दिसम्बर तक की स्थिति में जानकारी देना है, अभी समय है। जनवरी के पहले सप्ताह में चाही गई हर जानकारी पार्टी अध्यक्ष को भेज दी जायेगी।
सुरेन्द्र पटवा राज्य मंत्री पर्यटन और संस्कृति
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मैं पारिवारिक कारणों से पिछले एक माह से व्यस्त रहा। एकाउंट का पूरा काम मेरा भाई देखता है। बैंक ट्रांजेक्शन का पूरा ब्यौरा तैयार कराया जा रहा है। 1 जनवरी के पहले पार्टी अध्यक्ष के पास पहुंचा देंगे। हमें ब्यौरा देने में कोई दिक्कत नहीं है, पीएम ने सही फैसला दिया है।
पारसचंद जैन मंत्री ऊर्जा