मेरठ। नकदी निकालने बैंक आया युवक धक्कामुक्की का शिकार हो गया। दम घुटने के कारण उसकी मौत हो गई। आक्रोशित परिजनों ने बैंक में तोड़फोड़ करते हुए जाम लगाया। भीड़ ने पथराव भी किया। भावनपुर के अब्दुल्लापुर खिर्नी मोहल्ला निवासी 40 वर्षीय इश्तयाक मंगलवार को बीएनजी स्कूल के पास स्थित यूनियन बैंक में पैसे निकालने आया था। परिजनों के मुताबिक, वह मंगलवार सुबह लाइन में लगा था।
दोपहर में नंबर आया और चार हजार रुपये मिले। इसी दौरान बैंक के बाहर अधिक भीड़ होने के कारण धक्कामुक्की हो गई। बैंक से निकलते वक्त इस भीड़ की धक्कामुक्की में वह भी फंस गया, जिससे उसका दम घुटने लगा। उसकी तबीयत बिगड़ गई। जिससे उसकी मौत हो गई। इससे ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया।
सैकड़ों लोग बैंक पहुंच गए और तोड़फोड़ कर कर दी। सीसीटीवी कैमरा भी तोड़ दिया। किला रोड पर जाम लगाने का प्रयास किया। ब्रांच मैनेजर की ओर से तोड़फोड़ करने वाले युवकों के विरुद्ध तहरीर दी गई है।
बैंक मैनेजर श्रृद्धा खन्ना ने बताया कि ग्राहक बैंक से पत्नी के साथ चार हजार रुपये की पेमेंट लेकर सकुशल गया है। जो सीसीटीवी फुटेज में भी मौजूद है। मौत के बारे में तब पता चला जब लोगों ने बैंक पर पथराव कर हमला बोल दिया। तोड़फोड़ की। पुलिस को तहरीर दी गई है।
ईमानदारों के लिए नोट बदली, बेईमानों के लिए नोटबंदी
केंद्र में भाजपा सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ ही बनी है। नोटबंदी का फैसला एतिहासिक है।
सही मायने में इसे नोटबंदी नहीं नोट बदली कहना चाहिए, क्योंकि ईमानदारों के लिए यह नोट बदली है और बेईमानों के लिए नोटबंदी। मर्ज दूर करने के लिए दवा के कड़वे घूट पीने ही पड़ेंगे।
फिर पचास दिन बाद सब ठीक हो जाएगा। सर्किट हाउस पहुंचे उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद भगत सिंह कोश्यारी ने यह बातें साझा कीं।