भिंड। चरित्र प्रमाण पत्र बनाने के लिए रिश्वत मांग रहे जेल को अरेस्ट किया गया है। ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस के अनुसार देशराज तोमर की शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की गई. तोमर ने अपनी शिकायत में बताया था कि चरित्र प्रमाण पत्र बनाने के लिए जेलर आरके शर्मा ढाई हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है. बताया जा रहा है कि जेलर को नए नोट में ही रिश्वत की राशि चाहिए थी.
शिकायत की तस्दीक होने पर लोकायुक्त एसपी ने डीएसपी धर्मवीर सिंह भदौरिया के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया था. इस टीम ने जेलर शर्मा को शुक्रवार दोपहर जेल परिसर में ही रिश्वत लेते हुए धर दबोचा.
दरअसल एंडोरी थाना इलाके के बरोना गांव के रहने वाले देशराज तोमर को हत्या के प्रयास में सात साल की कैद हुई थी. अदालत ने चार महीने जेल में रहने के बाद उसकी जमानत याचिका को मंजूर कर लिया था.
जेल से बाहर आने के बाद देशराज ने सजा में छूट का लाभ लेने के लिए जेल से अच्छे चाल-चलन का प्रमाण पत्र चाहिए था. जेलर ने इसके एवज में तीन हजार रुपए मांगे थे. देशराज 500 रुपए दे चुका था और शेष राशि लेते हुए जेलर पकड़ा गया. जेलर के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है.