एसओजी की पकड़ में आए हाईप्रोफाइल सेक्स रैकेट के आरोपियों से पूछताछ में कई बड़े और चौकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. पांच साल से सक्रिय ये रैकेट राजस्थान के तीस से अधिक चर्चित और हाईप्रोफाइल लोगों को अपना शिकार बना चुका था. एसओजी के हाथ लगी इस सूची में जयपुर के बड़े डॉक्टर्स के अलावा प्रदेश के बड़े बिल्डर, मार्बल व्यवसारियों के अलावा होटल कारोबारी भी शामिल हैं. एसओजी ने इन पीड़ित लोगों से संपर्क करना शुरू कर दिया है. अगर, इनकी तरफ से एफआईआर करवाई जाती है तो इनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी.
यहां के लोगों को बनाया अपना शिकार
सैक्ट रैकेट के जरिए हाईप्रोफाइल लोगों का एमएमएस बनाने वाले गिरोह से पूछताछ में कई चौकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. गिरफ्तार आरोपियों से एसओजी की पूछताछ में पता चला है कि पिछले पांच सालों से बेहद नियोजित तरीके से ये रैकेट काम कर रहा था. पांच सालों में इस रैकेट ने जयपुर के अलावा कोटा, किशनगढ़, बीकानेर, ब्यावर, उदयुपर और अलवर के तीस से अधिक हाईप्रोफाइल लोगों को अपना शिकार बनाया था. इस रैकेट के शिकार बने लोगों में डॉक्टर्स, बिल्डर्स, मार्बल व्यवसायी, ज्वैलर्स, होटल व्यवसायी और अन्य वर्गो के हाईप्रोफाइल लोग शामिल थे.
दर्जन से अधिक लोगों के बनाए MMS
प्रारंभिक पड़ताल में पता चला है कि ये गिरोह एक दर्जन से अधिक लोगों के एमएमएस बना चुका था, जिसके जरिए उन्हें ब्लैकमेल किया गया था. एसओजी ने शिकार लोगों की सूची बनाकर उनसे संपर्क शुरू कर दिया है. एसओजी ने इन लोगों को इस रैकेट के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के लिए कहा है. एसओजी ने इन लोगों को उनकी पहचान गुप्त रखने के लिए आश्वस्त किया है.
ब्लैकमेलिंग कर जी रहा था लग्जरी लाइफ
जानकारी ये भी मिली है कि ब्लैकमेलिंग के कई मामलों में राजी-नामे के लिए पुलिस की भी भूमिका रही है. केस की तफ्तीश के दौरान एसओजी ऐसे पुलिस अधिकारियों से भी पूछताछ करेगी. एसओजी के अधिकारियों के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी अक्षत ब्लैक मेलिंग के पैसों से काफी लग्जरी लाइफ जी रहा था. क्रिमिनल रिकॉर्ड के बावजूद पिछले कुछ सालों में थाईलैंड सहित कई देशों की यात्रा भी कर चुका था. यात्रा के लिए बनाए गए पासपोर्ट में उसने अपना नाम बदलकर सागर पुरी रख लिया था.
मीडियाकर्मी बनकर करते थे ब्लैकमेल
पुलिस अक्षत के पासपोर्ट मामले की भी जांच करेगी. अक्षत ने जयपुर के सिरसी रोड पर दो फ्लैट भी खरीद रखे हैं. एसओजी के मुताबिक अक्षत के खिलाफ जयपुर के तीन पुलिस थानों में मुकदमे दर्ज हैं. इनमें पुलिस के साथ मारपीट करने के आरोपी शिप्रापथ थाने का स्टैंडिंग वारंटी था, जबकि माणक चौक और शास्त्री नगर में उसके खिलाफ ब्लैक मेलिंग के मुकदमे दर्ज हैं. माणक चौक में खंडाका ज्वैलर्स को मीडियाकर्मी बनकर ब्लैकमेल करने के मामले में व्यापारियों ने पूरा बाजार बंद किया था.
सेक्स रैकेट चलाने के लिए लिया फ्लैट
दूसरी तरफ फरार आरोपी एडवोकेट नितेश ने सेक्स रैकेट चलाने के लिए जयपुर के श्याम नगर इलाके में मनीषा अपार्टमेंट में एक फ्लैट ले रखा है, जिसके देह व्यापार के लिए लाई गई लड़कियों को रखा जाता है. एसओजी अक्षत और नितेश के फ्लैट्स की भी तलाशी लेगी, जहां से इस केस से जुड़े कई अहम सुराग हाथ लगने की संभावना है.
अन्य आरोपियों की तलाश जारी
एसओजी की कई टीमें फरार आरोपियों की तलाश में जयपुर और माउंटआबू सहित शहरों में भेजी गई हैं. एसओजी का मानना है कि इन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद इस रैकेट से जुड़े कई अहम राज भी सामने आएंगे.
पकड़े गए आरोपी कोर्ट में पेश
बलात्कार के झूठे मुकदमें दर्ज कराने की धमकी देकर ब्लैकमेलिंग कर करोड़ों रुपए ऐंठने वाले अन्तराज्यीय संगठित गिरोह के दोनों सदस्यों को रविवार को एसओजी ने कोर्ट में पेश किया, जहां से मामले की गम्भीरता को देखते हुए कोर्ट ने 28 दिसम्बर तक रिमाण्ड पर भेजने के आदेश दिए.
ये है मामला
हम आपको बता दें कि एसओजी ने इस अन्तरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए शनिवार को गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया था. दोनों आरोपी अपने आप को मीडिया से जुड़ा हुआ बताकर ब्लैकमैलिंग करते थे. गिरोह ने अब तक प्रदेश में करीब 30 से अधिक हाईप्रोफाइल लोगों को जाल में फंसाकर ब्लैकमेल करते हुए करीब 15 करोड़ रुपए ऐंठ लिए हैं. गिरोह में जयपुर शहर के कुछ वकील, प्रतिष्ठित व्यक्ति व महिलाएं शामिल हैं.