उपदेश अवस्थी/भोपाल। अब तक ज्योतिरादित्य सिंधिया के विरोधियों में केवल एक ही दमदार नाम (दिग्विजय सिंह) हुआ करता था परंतु लोकसभा के शीतकालीन सत्र के समापन के साथ ही ढेर सारे सांसद और कांग्रेस दिग्गज सिंधिया से नाराज हो गए हैं। सिंधिया पर जेटली से मिलीभगत का आरोप है। सिंधिया ने नोटबंदी के खिलाफ एकजुट हुए विपक्ष को बिखेर देने की चाल चली जिससे दूसरे विपक्ष्ज्ञी दल नाराज हो गए और कांग्रेस अकेली पड़ गई। दरअसल, कांग्रेसी राहुल गांधी और पीएम नरेंद्र मोदी की मुलाकात ये नाराज हैं और माना जा रहा है कि इस मीटिंग का आइडिया ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिया था। अरेंजमेंट्स भी उन्ही ने किए थे।
पहली बार युवा सांसद भी सिंधिया से नाराज
इस कदम से विपक्षी एकजुटता और नोटबंदी को लेकर पार्टी लाइन को लगे झटके के मद्देनजर पार्टी की ओर से लिखित तौर पर कांग्रेस हाईकमान से असंतोष जाहिर किया गया है। बताया जा रहा है कि तमाम बड़े नेताओं को ऐन वक्त पर इस मुलाकात की जानकारी दी गई और उनसे आने के लिए कहा गया। पीएम से मुलाकात के लिए समय लेने से पहले पार्टी के इन नेताओं को न तो भरोसे में लिया गया और न ही इसकी जानकारी दी गई। अमूमन राहुल के फैसलों या कुछ कदमों को लेकर पार्टी के सीनियर लीडर्स में नाराजगी या असंतोष दिखता रहा है लेकिन यह पहला मौका है जब पार्टी कुछ युवा नेताओं ने भी असंतोष जाहिर किया है।
सिंधिया और जेटली की मिलीभगत
चर्चा है कि सिंधिया के अलावा इस मुलाकात में वित्त मंत्री अरुण जेटली की भी खासी भूमिका रही है। जिसमें वक्त दिलाने में जेटली ने अहम रोल निभाया। बताते चलें कि जेटली और सिधिंया के बीच मित्रता भी है। पार्टी के भीतर चर्चा है कि सिधिंया के जरिए जेटली ने अपना (सरकार का) मकसद हासिल कर लिया। विंटर सेशन में एकजुट दिखा विपक्ष अंत में बिखर गया और इस बिखराब का ठीकरा कांग्रेस के सिर फोड़ा गया।
बढ़ती कांग्रेस को हुआ भारी नुक्सान
कांग्रेस नेताओं की पीएम से मुलाकात को बाकी विपक्षी दलों ने कहीं न कहीं भरोसे का टूटना माना। यही वजह रही कि राष्ट्रपति से मुलाकात के लिए सैद्धांतिक तौर पर साथ होने के बावजूद बीएसपी, एसपी, लेफ्ट व एनसीपी जैसे दलों ने ऐन वक्त पर इससे दूरी बना ली। कांग्रेस के भीतर संतोष की वजह यह भी कि संसद सत्र खत्म होने के बाद पार्टी ने देशभर में नोटबंदी के खिलाफ माहौल बनाने और मोदी सरकार को घेरने की जो रणनीति बनाई थी उस लिहाज से भी यह झटका था।