
उज्जैन नगर निगम आयुक्त श्री आशीष सिंह ने इस घटना के सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो की वस्तु-स्थिति पता लगाने के लिये अपर आयुक्त की अध्यक्षता में एक जाँच समिति बनायी गयी थी। समिति द्वारा सौंपी गयी रिपोर्ट के आधार पर निगमकर्मी श्री मुकेश सारवान, श्री लकी एवं श्री राहुल को दोषी पाया गया। इन कर्मियों को आज निलंबित कर दिया गया है।
निगम आयुक्त ने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को निर्देश दिये हैं कि वे खुले में शौच करने वाले व्यक्तियों को शालीनता के साथ समझायें और उन्हें शौचालय सुविधा का उपयोग करने के लिये प्रेरित करें।
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