नई दिल्ली। तीसरा मोर्चा के राजनैतिक दलों समेत कांग्रेस में भी सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिर राहुल गांधी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने क्यों गए थे। इससे पहले राहुल लगातार कह रहे थे कि 'मैं संसद में बोलूंगा तो भूकंप आ जाएगा, इसी कारण सत्ता पक्ष बोलने नहीं दे रहा है।, मेरे पास मोदी के खिलाफ भ्रष्टाचार के निजी सबूत हैं।
शुक्रवार को जो कुछ हुआ वो इसके ठीक उलट था। राहुल अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ प्रधानमंत्री से मिलने पहुंचे। कांग्रेसी दिग्गज खुद भौंचक्क हैं कि आखिर यह आइडिया किसका था। इस पर पार्टी में फूट पड़ गई है। सोनिया गांधी से करीबी रखने वाले नेता भी पल्ला छाड़ रहे हैं।
इस बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के कर्ताधर्ता अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस के जले पर नमक छिड़कते हुए राहुल गांधी से सवाल किया है कि प्रधानमंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत कब सार्वजनिक किए जाएंगे? इसके साथ ही केजरीवाल ने राहुल का वो ट्वीट भी रीट्वीट किया जिसमें कांग्रेस उपाध्यक्ष ने पीएम के साथ मुलाकात की जानकारी दी थी।
इससे पहले नोटबंदी पर कांग्रेस के साथ आई 15 पार्टियों में से कई दलों ने शुक्रवार को किसानों के मुद्दे पर राहुल के अकेले प्रधानमंत्री से मिलने पर नाराजगी जताई थी। इसके चलते विपक्षी नेताओं के राष्ट्रपति भवन मार्च में शामिल होने से इन्कार कर दिया था।