
हाईकोर्ट के जज जस्टिस वैद्यलिंगम ने पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की मौत की जांच की मांग को लेकर दाखिल याचिका पर सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की है. जस्टिस वैद्यलिंगम ने कहा, "जब उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया तो यह कहा गया कि वे नियमित तौर पर भोजन ले रही हैं. कम से कम उनकी मौत के बाद अब तो सच्चाई सामने आनी चाहिए."
पांच दिसंबर को अपोलो अस्पताल में मौत
मद्रास हाईकोर्ट के जस्टिस वैद्यलिंगम ने कहा, "मीडिया ने बहुत सारी आशंकाएं जाहिर की थीं. व्यक्तिगत तौर पर मुझे भी उनकी मौत के बारे में कुछ आशंकाएं हैं." गौरतलब है कि पांच दिसंबर को रात साढ़े 11 बजे चेन्नई के अपोलो अस्पताल में जयललिता का निधन हो गया था. वे तकरीबन ढाई महीने तक अस्पताल में भर्ती रही थीं. उन्हें 22 सितंबर को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हालांकि अपोलो अस्पताल की तरफ से उनकी मौत के कुछ दिन पहले कहा गया कि जयललिता ठीक हो चुकी हैं और वह जब चाहें अस्पाल से छुट्टी ले सकती हैं.