भोपाल। निर्धन नागरिकों को नि:शुल्क एवं सस्ता इलाज उपलब्ध कराने का दावा करके करोड़ों के सरकारी लाभ उठाने वाले पीपुल्स हॉस्पिटल की चिकित्सा सुविधाओं की पोल खुल गई है। पीपुल्स हॉस्पिटल में पीपुल्स मेडिकल कॉलेज के MBBS चौथे सेमेस्टर के छात्र को प्राथमिक इलाज तक नहीं दिया जा सका। सीनियर डॉक्टर्स ने उसे रिफर कर दिया, लेकिन अस्पताल के पास एंबुलेंस ही नहीं थी। तड़पते हुए डॉक्टर ने अपने ही हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया।
मूलत: पटना(बिहार) के रहने वाले रवि गर्ग को बुधवार सुबह सीने में दर्द होने के बाद पीपुल्स हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। वहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने BMHRC हॉस्पिटल के लिए रेफर किया गया।
मृतक के दोस्तों के मुताबिक, जब उन्होंने हॉस्पिटल से एम्बुलेंस मांगी, तो उपलब्ध न होने की बात कहकर मना कर दिया। समय पर इलाज न मिलने से छात्र की मौत हो गई। इसके बाद छात्र भड़क गए और हंगामा कर दिया। उनका आरोप है कि, इसी कॉलेज के स्टूडेंट होने के बावजूद मैनेजमेंट ने सहायता नहीं की। प्रबंधन ने अपने ही स्टूडेंट्स को काबू करने के लिए पुलिस को बुलाया।