
उन्होंने कहा, ‘‘नोटबंदी के कारण श्रमिक, किसान और कारोबारी बर्बाद हो गये हैं और लोग अपनी नौकरियां गंवा रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री कई बार कपड़े बदलने में व्यस्त हैं। मोदी जी आप जो भी कहते हैं, आपको पहले अपने ऊपर इसे लागू करना चाहिए।’’ कारोबारियों के एक धड़े द्वारा ‘‘मोदी मोदी’’ के नारे के बीच उन्होंने कहा ‘‘अगर नोटबंदी वास्तव में भ्रष्टाचार और कालाधन खत्म कर देगी तो मैं भी ‘मोदी मोदी’ के नारे लगाऊंगा हमने अन्ना जी के साथ भ्रष्टाचार रोधी आंदोलन में अपने जिंदगियां जोखिम में डाली थीं। हमने स्वच्छ भारत अभियान, योग दिवस और लक्षित हमले के लिए प्रधानमंत्री के कदम का स्वागत किया था लेकिन मोदी ने नोटबंदी लाकर गलती की है और हम इसका विरोध करेंगे।’’ बाद में फेसबुक पर वीडियो डालकर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अपनी मांग दोहराई कि प्रधानमंत्री नोटबंदी का फैसला वापस लें।
इससे पहले केजरीवाल ने कहा था कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आतंकवाद, नशा बेचकर व रिश्वत लेकर कमाए गए काले धन को 50-50 करना था तो लोगों को लाइनों में क्यों खड़ा कर दिया। नोटबंदी के बाद ईमानदार लोग अपने ही पैसे के लिए परेशान होते रहे। केजरीवाल ने कहा कि यह साधारण बात नहीं है ये करीब आठ लाख करोड़ रुपए का घोटाला है। नोटबंदी आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला है। कालेधन को सफेद करने की योजना प्रधानमंत्री अपने खास दोस्तों को बचाने के लिए लाए है। ये बड़ी खतरनाक योजना है।