नईदिल्ली। दुनियाभर में प्रधानमंत्री के नोटबंदी पर लिए फैसले की चर्चा हो रही है. नोटबंदी को प्रधानमंत्री का साहसिक निर्णय भी माना जा रहा है और बहुत सारे लोग इस कदम लिए उनकी तारीफ भी कर रहे हैं लेकिन नरेंद्र मोदी के बड़े भाई प्रहलाद मोदी ने कैशलेस सिस्टम की खिलाफत की है.
प्रहलाद मोदी ने सस्ते अनाज की दुकानों पर डेबिट कार्ड से भुगतान की सुविधा के लिए स्वाइप मशीन लगाने की मुहिम का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि सरकार को स्वाइप मशीनें लगाने के लिए राशन दुकानदारों पर दबाव नहीं बनाना चाहिए. मशीन की कीमत 25 हजार रुपए है इसके अलावा इसे लगाने पर मासिक भुगतान भी करना होगा. प्रहलाद मोदी का कहना है कि अगर सस्ते अनाज की दुकानों में POS मशीन लगाने हैं तो सरकार उस पर लगने वाले टैक्स को माफ करे और इंटरनेट जैसी तमाम सुविधाएं भी उपलब्ध कराए.
अहमदाबाद में रहने वाले प्रहलाद मोदी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाई हैं और गुजरात में राशन दुकान विक्रेता संघ के अध्यक्ष भी हैं. वह पहले भी कई मौकों पर मोदी सरकार और गुजरात सरकार का विरोध कर चुके हैं. कैशलेस भुगतान पर उनका है कि जब सरकार ने दुकानदारों के लिए 10,000 रुपए के अनाज की सीमा तय कर रखी है तब ऐसे में दुकानदार कैसे दिन में 100 लोगों को मशीन स्वाईप कर 2000 रुपए दे सकता है.
जाहिर है कि सरकार कैश लेस सिस्टम के जरिए देश भर के लोंगो को खुश करने की कोशिश में लगी है कि लेकिन जब प्रधानमंत्री के भाई ने ही इस सिस्टम पर सवाल खड़े कर दिए हैं तो देश की आम जनता और विक्रेता को कैसे इस फैसले पर रजामंद किया जाएगा.