
नीलम को पत्नी के रूप में घर लाए
सागर रोड निवासी गोपाल गोयल एक सरकारी डिपार्टमेंंट में सीनियर एकाउटेंट थे। गोपाल अपनी पहली पत्नी के निधन के बाद नीलम को पत्नी के रूप में घर लाए थे। नीलम का अपने पहले पति से तलाक हो गया था। इसलिए दोनों के बीच ये बंधन मुमकिन हो गया।
पति को था पत्नी के कैरेक्टर पर शक
एडवोकेट केएल किरार ने बताया कि पत्नी नीलम की शहर के कई लोगों से दोस्ती थी। पति गोपाल को पत्नी के कैरेक्टर पर शक था। नीलम शहर के लोगों से रुपए लेकर अपनी मां श्यामाबाई के पास भेजती थी। इस बात से दोनों के बीच विवाद शुरु हो गया। नीलम ने अपने पति की हत्या की साजिश मां श्यामाबाई और भाई अजय के साथ मिलकर रची। गोपाल को 27 जून को हरदा के हांडिया निवासी अपनी बहन उमा के घर जाना था। तब प्लान के मुताबिक नीलम ने रात में 6 नींद की गोलियां आमरस में मिलाकर पिला दीं। बेहाेश होने पर वीरेंद्र ठाकुर, शुभम और रामस्वरूप ने गोपाल की हत्या कर दी। कार से ले जाकर लाश रायसेन जिले के सांकर गांव के कुएं में फेंक दी।