
पिछली बार 8 नवंबर को राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने काले धन पर प्रहार के लिए 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों का चलन बंद करने की घोषणा की थी. लोगों को अपने पुराने नोट बैंकों में जमा कराने के लिए सरकार ने 31 दिसंबर तक का वक्त दिया था, जो कि अब खत्म होने जा रहा है. ऐसे में पूरी उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नोटबंदी के संबंध में कुछ बड़ा ऐलान कर सकते हैं.
बेनामी संपत्ति पर हो सकता प्रहार
वहीं नोटबंदी के ऐलान के बाद प्रधानमंत्री कई बार कह चुके हैं कि कालेधन के बाद अब बेनामी संपत्ति पर प्रहार किया जाएगा. रेडियो पर प्रसारित अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में भी प्रधानमंत्री ने इस बाबत साफ इशारा किया था. इस वजह से 31 दिसंबर के इस संबोधन में बेनामी संपत्ति के खिलाफ भी कुछ बड़े फैसलों उम्मीद है.
पीएम मोदी ने मन की बात में दिया था इशारा
'मन की बात' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कठोर कदम जारी रखने का संकल्प जताते हुए कहा था, 'मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि ये पूर्ण विराम नहीं है. ये तो अभी शुरुआत है. ये जंग जीतना है और थकने का तो सवाल ही कहां उठता है, रुकने का तो सवाल ही नहीं उठता है.'
प्रधानमंत्री ने देशवासियों को संबोधित करते हुए तब कहा था, 'आपको मालूम होगा हमारे देश में बेनामी संपत्ति का एक कानून है. 1988 में बने उस कानून को कभी लागू ही नहीं किया गया. वह ऐसे ही ठंडे बस्ते में पड़ा रहा. हमने उसको निकाला है और बड़ा धारदार बेनामी संपत्ति का कानून बनाया है. आने वाले दिनों में वह कानून भी अपना काम करेगा. देशहित के लिए, जनहित के लिए, जो भी करना पड़े, ये हमारी प्राथमिकता है.'