
दरअसल, जिस चोरी का जिक्र करने जा रहे हैं, उसमें चोरों ने भवन की नींव तक को साफ कर दिया है, यानि अब वहां सिर्फ मैदान है। जहां कभी पूरा भवन बनकर तैयार था, जिसमें सिर्फ छत लगना बाकी था। यह चोरी हुई है श्योपुर जिले के कराहल क्षेत्र के झरेर गांव में, जहां कुछ दिनों पहले तक अधूरा आंगनबाड़ी भवन खड़ा दूर से दिखाई पड़ता था। जिसे महिला एवं बाल विकास विभाग पूरा कराना भूल गया था। नतीजा यह हुआ कि भवन की दीवारों से लेकर, उसकी नींव तक गायब हो गई। यहां अब बस मैदान नजर आता है।
चोरी का पता चला तो महकमे में खलबली सी मच गई। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को लापरवाही की सजा के तौर पर उसकी सेवा समाप्त करने का नोटिस दिया गया है। निरीक्षण के दौरान अजनोई पहुंची सुपरवाइजर सुषमा सोनी को गांव में बना अधूरा आंगनबाड़ी भवन गायब मिला था। जानकारी करने पर पता चला कि ग्रामीण भवन की ईंट खोदकर उठा ले गए। कार्यकर्ता दुर्गावती भी मौके पर नहीं मिली।
ग्रामीणों ने बताया कि कार्यकर्ता श्योपुर से अप-डाउन करती हैं, जिसके चलते वह कभी-कभार ही आती हैं। इसे घोर लापरवाही मानते हुए सुपरवाइजर की रिपोर्ट पर सीडीपीओ सीमा गांजू ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को सेवा से बर्खास्तगी का नोटिस जारी कर दिया है। इसके अलावा डाबली की कार्यकर्ता शकुंतला शुक्ला को भी सेवा से अलग करने का नोटिस जारी किया गया है। शकुंतला निरीक्षण के दौरान सात बार अनुपस्थित मिली हैं। ग्रामीणों ने बताया कि शकुंतला कभी भी आगंनबाड़ी केंद्र पर नहीं आती हैं।