ग्वालियर। मुरार अस्पताल में कार्यरत महिला चिकित्सक को मानवाधिकार आयोग भोपाल, मप्र की ओर से नोटिस भेजकर जवाब तलब किया गया है। महिला डॉक्टर ने यह कहते हुए रेप पीड़िता का मेडिकल करने से इंकार कर दिया था कि 'मैं कोर्ट-कचहरी के चक्कर में पड़ना नहीं चाहती।'
आयोग के प्रवक्ता के मुताबिक पुलिस एक दुष्कर्म पीड़िता का परीक्षण कराने ग्वालियर के मुरार स्थिति चिकित्सालय पहुंची थी। वहां मौजूद महिला चिकित्सक ने यह कहते हुए पीड़िता का परीक्षण करने से मना कर दिया कि वह कोर्ट कचहरी के चक्कर में नहीं पड़ना चाहती।
इसी तरह आयोग ने सागर के रहली और जिला अस्पताल छतरपुर में नसबंदी शिविर के दौरान हुई अव्यवस्थाओं पर संचालक स्वास्थ्य से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। गौरतलब है कि आयोग नसबंदी और नसबंदी शिविरों की व्यवस्थाओं के बारे में पहले ही व्यापक अनुसंशाएं कर चुका है।