नई दिल्ली। नोटबंदी के मामले में सरकार की हाशहुश हो रही है। वित्तमंत्री अरुण जेटली को पता नहीं आरबीआई ने क्या सर्कुलर जारी कर दिया। सोमवार को आरबीआई ने सर्कुलर जारी कर कहा कि 5000 रुपये से ऊपर के सभी जमाकर्ताओं को अभी तक जमा नहीं करने का कारण बताना होगा। मंगलवार को वित्तमंत्री अरुण जेटली कहते हैं कि पहली बार कोई व्यक्ति यदि 500 या 1000 रुपये के चलन से हटाये गए कितने भी नोट एक बार में बैंक के जमा करते हैं तो कोई पूछताछ नहीं होगी।
सोमवार को रिजर्व बैंक की चिट्ठी में कहा गया था कि 30 दिसंबर तक एक खाते में 5000 रूपए से ज्यादा के पुराने नोट भी जमा हो सकते हैं लेकिन कोई इससे ज्यादा पैसा जमा करते हैं, तो उनसे सवाल पूछा जाएगा कि अभी तक वह जमा क्यों नहीं कर पाये थे। यही नहीं, इसका रिकार्ड रखा जाएगा ताकि बाद में जांच प्रक्रिया में इसे शामिल किया जा सके।
मंगलवार को वित्त मंत्री ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जिसके पास भी पुराने नोट है, उसे एक बार में जमा करायें। कोई व्यक्ति अगर हर दिन बैंक जाता है और कुछ रकम जमा करता है तो इससे यह संदेह होता है कि आखिर वह कहां से रकम प्राप्त कर रहा है। इसलिए लोगों को सलाह दी जाती है कि एक बार में ही सारी रकम जमा कराये।