नईदिल्ली। भारत ने शुक्रवार (30 दिसंबर) को उसके चुनिंदा राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों को आतंकी संगठन बताने पर पाकिस्तान की निंदा की और इसे लश्कर ए तैयबा (एलईटी), जमात उल दावा (जेयूडी) और जैश ए मोहम्मद (जेईएम) जैसे आतंकवादी संगठनों के फलने फूलने में इस्लामाबाद की मिलीभगत से अंतरराष्ट्रीय ध्यान हटाने का हताशापूर्ण प्रयास करार दिया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि पाकिस्तानी विदेशी मंत्रालय के कल के बयान में राजनीतिक दलों तथा सामाजिक संगठनों को आतंक से जोड़ना पाकिस्तान के मानकों के लिहाज से भी बेहूदा है।
उन्होंने कहा, भारतीय राजनीतिक दलों तथा सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठनों को आतंकवादी संगठन बताने से लगता है कि यह पाकिस्तान के नियंत्रण वाले क्षेत्र से पाकिस्तान के पड़ोसियों को निरंतर निशाना बना रहे एलईटी, जेयूडी और जेईएम जैसे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधित संगठनों के फलने फूलने में पाकिस्तान की अपनी मिलीभगत से अंतरराष्ट्रीय ध्यान हटाने का हताशापूर्ण प्रयास है।
स्वरूप पाकिस्तान द्वारा कल जम्मू कश्मीर पर टिप्पणियों तथा कुछ राजनीतिक दलों एवं संगठनों के खिलाफ आरोप से जुड़े सवाल पर जवाब दे रहे थे। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता ने गुरुवार (29 दिसंबर) को कहा था, आरएसएस, विश्व हिन्दू परिषद, शिवसेना, बजरंग दल और अन्य आतंकवादी तत्वों जैसे आतंकवादी संगठन कश्मीर की जनसांख्यिकी में बदलाव के अभियान में जुटे हैं।