देवास। मम्मी मेरी प्यारी, हमारी इज्जत की सहायता करना। हमको इस नर्क में छोड़कर क्यूं चली गई। तुझे मालूम है हमारे साथ क्या क्या हो रहा है। मम्मी हमारे को लड़ने की शक्ति देना। हम पापा को मिटा सकें। यह लाइनें 12 साल की एक मासूम लड़की ने अपने घर के बाहर की दीवार पर लिखीं हैं। उसकी छोटी बहन 10 साल की है। मां मर चुकी है। पिता सौतेला है। हर रोज मारपीट करता है। भूखा रखता है। रात में रेप करने की कोशिश करता है। अपने बाप की हवस से बचने के लिए वो हर रात पेट के नीचे कसकर दुपट्टा बांध लेती है। अपनी छोटी बहन को भी ऐसा ही करती है।
मामला हाट पिपलिया के बरोठा फाटा का है। यहां एक महिला ने अपने पहले पति की मौत के बाद दूसरी शादी कर ली। उसे दो बेटियां पहले पति से थीं। दूसरे पति से अबतक कोई बच्चा हुआ नहीं था कि महिला की मौत कैंसर से हो गई। बिना मां के बच्चों की हालत की यह सच्ची दास्तान है।
बड़ी लड़की थोड़ी पढ़ी-लिखी थी, इसलिए उसने अपने साथ रात के अंधेरे में होनेवाली घटना के बारे में घर की दीवार पर लिखी। पर, पूरा इलाका अनपढ़ों का था, इसलिए कोई भी उसकी बात को समझ नहीं सका। जिस मार्मिक अंदाज में लड़की ने अपना दर्द बयान किया है, उसे पढ़ कर आंखों में आंसू भर जाएंगे।
सौतेले पिता का नाम मुकेश अर्जुन मालवीय है और वह पिछले चार माह से अपनी बेटियों से छेड़छाड़ करता था। कई बार उसने रेप की कोशिश भी की थी, लेकिन लड़कियों ने शोर मचा कर खुद को बचाया था। पीड़िता ने अपने घर में टीन की दीवार पर सबकुछ बाहर की ओर लिखा था, पर कोई पढ़ ही नहीं सका।
26 जनवरी को एक शख्स की नजर इस पर पड़ी तो उसने बच्चों से बात की। इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ। उसी शख्स ने चाइल्ड लाइन 1098 पर खबर दी। जिस पर दोनों बच्चों का बयान लिया गया और सौतेले पिता को जेल भेजा गया। लड़कियों ने बताया कि पिता उनके साथ मारपीट भी करता था।
इस संबंध में चाइल्ड लाइन अधिकारियों ने कहा कि बच्चियों की मां की मौत छह माह पहले कैंसर से हो गई थी। उसके बाद दोनों बेटियां सौतेले पिता के साथ ही रहती थीं। पीड़िता सातवीं क्लास में पढ़ती है। उसने दीवार पर लिखा था- मां हमें शक्ति देना, हम पिता की गलत हरकतों से काफी परेशान हैं। तुम्हें हमे छोड़कर नहीं जाना चाहिए था। हम नरक में जी रहे हैं।