
शुक्रवार दोपहर 2.15 बजे के करीब हुआ हादसा इतना भयानक था कि कार चला रहे गौरीश वर्मा का भेजा पेड़ के तने से चिपक गया था। एक लड़की की बाजू उखड़ गई, एक लड़के का सिर पिचक गया, जबकि एक की टांगें फट गईं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कार की स्पीड 150 किमी प्रति घंटा होने के कारण हादसे के बाद कार टुकड़ों-टुकड़ों में बंट गई।
हादसा साउथ सिटी के पास गांव देतवाल के बाहर सिधवां नहर पर हुआ था। कार में कुल पांच लोग सवार थे। इनमें 3 लड़के और 2 लड़कियां शामिल थीं। 2 लड़के संयम अरोड़ा, गौरीश वर्मा और 2 लड़कियों रीशिका - ईशानी की तो हादसे के कुछ देर बाद ही मौत हो गई थी। वहीं, 24 साल का अक्षित ग्रोवर गंभीर रूप से घायल है। यह पांचों स्कूल में एक साथ पढ़ते थे। हालांकि, अब वे अलग-अलग कॉलेज से पढ़ाई कर रहे थे।
मां ने कई बार कार धीरे चलाने को कहा
हादसे में मरने वाले संयम अरोड़ा के माता-पिता और बहन मौके पर पहुंच गए। घरवालों का इकलौता बेटा होने के कारण उसकी बहन और मां संयम की लाश को देखकर बार बार एक ही बात बोल रहे थे कि तू कार चलाने का शौकीन था। तुझे कितनी बार कहा था कि धीरे चलाया कर, लेकिन तूने कभी बात नहीं मानी। आगे बहन ने बोलते हुए कहा कि मैंने सुबह रोका भी था, लेकिन रुका नहीं कहकर चला गया कि जल्दी जाऊंगा। खुद तो आया नहीं हम ही तेरे पास गए।