भोपाल। 2016 के लास्टवीक 28 दिसम्बर को भोपाल एसएसपी ऑफिस के बाहर जिस युवती को बेरहमी से पीटा गया, सड़क पर सबके सामने कपड़े फाड़ दिए गए। अंतत: उसकी लवमैरिज हो ही गई। 2017 के पहले सप्ताह में कोर्ट ने उसकी शादी पर सील लगा दी। अब प्रेमीयुगल रजिस्टर्ड मैरिड कपल है। बता दें कि इस मामले में युवती हिंदु है जबकि युवक ईसाई। इसी कारण बवाल मच रहा था।
बाहर खड़े रह गए बजरंगी
03 जनवरी 17 मंगलवार को प्रेमी-युगल रितु दुबे और विशाल मित्रा की पुलिस सुरक्षा में ADM रत्नाकर झा की कोर्ट में मैरिज की। इस दौरान बजरंग दल नेता देवेंद्र रावत बड़ी संख्या में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ मैरिज रुकवाने पहुंचे थे, लेकिन कोर्ट ने उनकी आपत्ति नजरअंदाज कर दी। कोर्ट ने कहा कि, मैरिज एक्ट में धर्म जैसी कोई बात नहीं लिखी गई है। अगर लड़का-लड़की राजी हैं, तो शादी नहीं रुक सकती। उल्लेखनीय है कि रितु हिंदू हैं, जबकि विशाल क्रिश्चियन। हालांकि विशाल के वकील इस बात का खंडन करते हैं।
मां और मौसी ने कपड़े फाड़ दिए थे
उस दिन कलेक्टोरेट में चार घंटे तक फैमिली ड्रामा चला था। युवती को उसकी मां और मौसी ने एसएसपी ऑफिस के बाहर जबरन कार में घसीटा था। इस खींचतान में युवती के कपड़े तक फट गए थे। प्रेमी से भी मारपीट की गई थी। दरअसल, लड़की के परिजनों का आरोप था कि, उसे बहलाकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। इस पूरे मामले की भनक जब बजरंग दल के देवेंद्र रावत को लगी,तो वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ शादी रुकवाने के लिए एडीएम दफ्तर पहुंच गए थे। उन्होंने धमकी दी कि यदि शादी हुई तो ठीक नहीं होगा।
सरकारी बैंक में काम करती हैं रितु
विशाल अरेरा कॉलोनी में रहता है। वह एक बिल्डर के यहां काम करता है। जबकि रितु कोलार रोड स्थित एक कॉलोनी में रहती हैं। रितु इंदौर की एक सरकारी बैंक में पीओ हैं। दोनों में कई सालों से दोस्ती है, जो प्रेम में बदल गई।
इसलिए टल गई थी प्रेमी युगल की शादी
युवक और युवती ने 23 नवंबर को स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत एडीएम रत्नाकर झा के कोर्ट में शादी का आवेदन दिया था। एक महीने का समय गुजर जाने के बाद 26 दिसंबर को शादी होना थी, लेकिन हमीदिया अस्पताल में एडीएम की ड्यूटी होने की वजह से शादी की तारीख आगे बढ़ा दी गई थी। 28 तारीख को मारपीट और हंगामा हो गया। अब 3 जनवरी को जाकर विवाह सम्पन्न हुआ।
विशाल ने मांगी थी पुलिस सुरक्षा
प्रेमी युगल के वकील रावर्ड एंथोनी के मुताबिक, दोनों ने हिंदू धर्म का शपथ पत्र दिया था। लड़की के परिजन युवक के दूसरे धर्म का आरोप लगा रहे हैं, तो उन्हें कोर्ट में प्रमाण पेश करना चाहिए था। प्रेमी युगल के लिए पुलिस सुरक्षा मांगी गई थी। इस दौरान लड़की को नारी निकेतन में रखा गया था।