
फिच ने कहा, ‘‘ फिच रेटिंग्स का अनुमान है कि भारत में प्रॉपर्टी बिक्री में 2017 में 20-30 फीसदी की कमी आ सकती है. इसके पीछे अहम वजह नोटबंदी और खरीदारों का सावधानीपूर्ण रवैया है.’’ इसमें कहा गया है कि होम डेवलपर्स के पास पहले ही बड़ी संख्या में गैर बिके मकान पड़े हैं. फिच रेटिंग्स को उम्मीद है कि इस साल भी रियल एस्टेट डेवलपर्स का जोखिम बढ़ेगा क्योंकि बाजार में लिक्विडिटी की स्थिति कड़ी है.
बयान में कहा गया है कि वर्ष 2016 की चौथी तिमाही में भी आवासीय प्रॉपर्टी की मांग कमजोर रही है क्योंकि नोटबंदी के बाद खरीदारों का रूख सावधानी भरा रहा है. ऐसे में 2017 में घरों-प्रॉपर्टी, फ्लैट, प्लॉट की कीमतें कम रहने का अनुमान है.