भोपाल। यदि कोई कलेक्टर सोशल मीडिया पर भाजपा के किसी परमपूज्य नेता या नीति पर सवाल उठा दे तो बवाल मच जाता है। देश संकट में आ जाता है। जब तक उसे हटा ना दिया जाए, कुछ देशप्रेमियों को चैन नहीं मिलता लेकिन मप्र में एक कलेक्टर ने लोकतंत्र में 2 थप्पड़ लगाए और उसे जेल भेज दिया। कोई उफ तक नहीं कर रहा।
खरगौन जिले के बड़वाह थाने के बोधगांव को खुले से शौचमुक्त घोषित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे कलेक्टर अशोक वर्मा ने गांव के किसान गंभीरसिंह पर कार्यक्रम के दौरान दो साल से पंचायत कार्यालय बंद होने को लेकर कलेक्टर से सवाल पूछ लिया। बार-बार सवाल कर रहे किसान गंभीर सिंह और उसके साथी लाखनसिंह को पहले तो कलेक्टर ने धमकाने वाले अंदाज में कहा कि दो थप्पड़ पड़ेंगे तो ठीक हो जाओगे। इसके बाद पुलिस ने गंभीर सिंह और लाखन को शांति भंग करने के मामले में गिरफ्तार कर लिया।
इसको लेकर गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने पूरी रिपोर्ट बुलाई। उनका कहना है कि मामले को शालीनता से निपटाया जा सकता था कलेक्टर द्वारा थप्पड़ मारकर ठीक कर देंगे यह कहना कहीं से भी उचित नहीं है बावजूद इसके कलेक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। जबकि यह मामला सरासर भारतीय नागरिक के लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन का है। पीड़ित ने प्रधानमंत्री कार्यालय को भी शिकायत की है लेकिन जवाबदारी शिवराज सिंह सरकार की है। इस तरह सवाल करने वालों को यदि जेल भेजने की परंपरा शुरू हो गई तो भगवान ही मालिक है....।
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