
इस संबंध में आयकर विभाग की इंटेलीजेंस एंड क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन विंग की ओर से 2 जनवरी को भेजे गए ये नोटिस मंगलवार को ही कई बैंकों को मिल गए। सूत्रों ने बताया कि आयकर विभाग फास्ट ट्रैक पर सारी कार्रवाई करना चाहता है। इसलिए वह सीधे बैंकों को नोटिस भेज रहा है। अन्यथा उसके बेंगलुरू स्थित सेंट्रल सर्वर में बैंक के सारे डिपॉजिटर्स की जानकारी है। लेेकिन यह जानकारी पेनकार्ड के आधार पर निकलती है। लेकिन कई डिपॉजिटर ऐसे हैं जिनके पास पेनकार्ड नहीं है। आशंका है कि इन लोगों के बैंक खाते में भी बड़े पैमाने पर पैसा जमा हुआ है।
इसलिए विभाग सीधे बैंकों को नोटिस दे रहा है। विभाग को एक करोड़ से ज्यादा जमा करने वालों 400 लोगों की जानकारी पहले ही मिल चुकी है। वहीं दूसरे चरण में 10 लाख रुपए से अधिक जमा कराने वालों और तीसरे चरण में 2.5 लाख व चौथे चरण में ऐसे सभी लोेगों की जानकारी एकत्र की जाएगी, जिन्होंने 50 हजार रुपए तक जमा कराए, लेकिन उनके पास पेनकार्ड तक नहीं है।